अन्ना हजारे के पूर्व ब्लॉगर राजू पारुलेकर ने अन्ना पक्ष के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखते हुए कहा कि वह बहुत जल्द गांधीवादी का एक पत्र सार्वजनिक करेंगे जो यह साबित करता है कि अन्ना अपनी कोर कमेटी के चार अथवा पांच सदस्यों के गुप्त निजी एजेंडे से तंग आ चुके थे.
पारुलेकर ने अपने ब्लॉग पर लिखा है, ‘मैं अन्नाजी का हाथ से लिखा एवं हस्ताक्षर किया हुआ पत्र जारी करूंगा जिसे वह चाहते थे कि मैं उसे उनके ब्लॉग पर लगाउं. यह पत्र बताता है कि वह देश के साथ अवैयक्तिक सम्पर्क चाहते हैं.
अप्रत्यक्ष रूप से यह साबित करता है कि अन्नाजी चार पांच लोगों के निजी हस्तक्षेप और गुप्त निजी एजेंडे से तंग आ चुके हैं.’ पारुलेकर ने इससे पहले भी उस ब्लॉग के बारे में उल्लेख किया था कि जिसे उन्होंने हजारे की ओर से लिखवाए जाने के बाद अपलोड नहीं किया गया.
पारुलेकर ने अरविंद केजरीवाल, प्रशांत भूषण, किरन बेदी और मनीष सिसोदिया को ‘चार लोगों का गिरोह’ करार दिया है जिसे हजारे अपनी टीम से हटाना चाहते थे. हजारे की कोर समिति के पुनर्गठन के बारे में की गई घोषणा का उल्लेख करते हुए पारुलेकर ने कहा, ‘जो मैंने कहा था उसका महत्व है क्योंकि अन्नाजी ने स्वयं ही कोर कमेटी का पुनर्गठन करने की अपनी योजना की घोषणा की थी.’