scorecardresearch
 

अब अधिक महंगी प्याज का ही हो सकेगा निर्यात

प्याज की घरेलू कीमतों को दबाने वाले एक निर्णय के तहत सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 30 डालर प्रति टन की वृद्धि की घोषणा की. इस वृद्धि के बाद निर्यातक देश से न्यूतम 230 डॉलर प्रति टन या उससे ऊंची दर से ही प्याज का ही निर्यात कर सकेंगे.

Advertisement
X
प्‍याज का निर्यात
प्‍याज का निर्यात

प्याज की घरेलू कीमतों को दबाने वाले एक निर्णय के तहत सरकार ने प्याज के न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) में 30 डालर प्रति टन की वृद्धि की घोषणा की. इस वृद्धि के बाद निर्यातक देश से न्यूतम 230 डॉलर प्रति टन या उससे ऊंची दर से ही प्याज का ही निर्यात कर सकेंगे.

Advertisement

पिछले 40 दिन में दूसरी बार प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य बढ़ाया गया है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने कहा कि हालांकि दो प्रमुख किस्म- कृष्णापुरम तथा बैंगलोर रोज- के एमईपी को 350 डालर प्रति टन पर स्थिर रखा गया है. डीजीएफटी ने कहा कि बंगलोर रोज तथा कृष्णापुरम प्याज को छोड़कर प्याज का एमईपी 230 डालर टन होगा. इससे पहले यह 200 डालर टन था.

इससे पहले, सरकार ने आठ जून को प्याज के एमईपी को 170 डालर से बढ़ाकर 200 डालर टन कर दिया था. प्याज के एमईपी में वृद्धि का स्पष्ट उद्देश्य इस प्रमुख सब्जी के निर्यात को कम करना है.

उल्लेखनीय है कि दो जुलाई को समाप्त सप्ताह में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 8.31 प्रतिशत हो गयी तथा आलोच्य सप्ताह के दौरान प्याज की कीमत में 30 प्रतिशत तकी वृद्धि दर्ज की गयी. प्याज की कीमत में उछाल के मद्देनजर पिछले साल दिसंबर में सरकार ने इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था. कीमत सामान्य स्तर पर आने के बाद इस साल फरवरी में निर्यात प्रतिबंध को हटा लिया गया. देश में 2010-11 के दौरान 1.3 करोड़ टन प्याज का उत्पादन हुआ.

Advertisement
Advertisement