पटना में 4 नवंबर को सत्ताधारी पार्टी की प्रस्तावित अधिकार रैली रंगदारी की मांग को लेकर विवादों में घिर गई है. नीतीश कुमार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर 4 नवंबर को पटना में रैली करने वाले हैं.
एक निजी शैक्षणिक संस्थान के डायरेक्टर संत लाल यादव ने आरोप लगाया है कि नीतीश की रैली के लिए उनसे बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला ने दो करोड़ रुपये की मांग की है. लेकिन शुक्ला अभी जेल में है और किसके कहने पर इन पैसों की मांग की जा रही है इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है.
पटना साहिब ग्रुप ऑफ कॉलेजेस के एच आर संत लाल यादव का आरोप है कि नीतीश की पार्टी जेडीयू की विधायक अन्नू शुक्ला के पति मुन्ना शुक्ला ने रैली के लिए उनसे 2 करोड़ रुपये की मांग की. यही नहीं रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है. मुन्ना शुक्ला को उत्तर बिहार का बाहुबली नेता माना जाता है. पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला अभी मुजफ्फपुर की जेल में बंद है. मुन्ना शुक्ला को पूर्व मंत्री बृज बिहारी हत्याकांड में उम्रकैद की सजा मिली है. उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला जेडीयू से विधायक हैं.
मामला चूंकि सत्ताधारी पार्टी की विधायक के पति से जुड़ा है इसलिए पुलिस भी इससे ज्यादा कुछ नहीं कह रही कि मामले की जांच की जा रही है.
नीतीश की अधिकार रैली के लिए जबरन वसूली के आरोपों ने विपक्ष एक नया मुद्दा दे दिया है. आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आरोप लगाया है कि न सिर्फ जेडीयू नेता बल्कि पुलिस और प्रशासन भी जबरन उगाही में शामिल है.
जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने आरोपों से इनकार किया है और कहा कि मामले की जांच की जा रही है. वहीं मुन्ना शुक्ला की पत्नी अन्नू शुक्ला का कहना है कि ये उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश है.