समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने महिला आरक्षण विधेयक और खुदरा बाजार में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को प्रतिगामी प्रकृति का बताते हुए कहा कि इससे फायदे के बजाय नुकसान ही होगा.
मुलायम सिंह यादव ने एक समारोह में कहा कि केन्द्र सरकार हर हाल में एफडीआई को लागू कराना चाहती हैं. इसके पीछे विदेशी ताकतों का दबाव है.
उन्होंने कहा कि खुदरा बाजार में एफडीआई लागू होने के बहुत बुरे नतीजे होंगे. हालांकि, इसे विकास के उत्प्रेरक के तौर पर पेश किया जा रहा है, लेकिन सचाई यह है कि इसके लागू होने के बाद फुटकर व्यवसायी बर्बाद हो जाएंगे और करीब पांच करोड़ लोगों की रोजी-रोटी छिन जाएगी.
महिला आरक्षण सम्बन्धी विधेयक की आलोचना करते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि इसके लागू होने से देश की अमीर महिलाएं बहुत आगे बढ़ जाएंगी, जबकि गरीब वर्ग की औरतें पिछड़ जाएंगी.
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने देश में कृषि क्षेत्र के लगातार सिकुड़ने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि देश को सावधान हो जाना चाहिये. वरना मुल्क के लोगों को भुखमरी से जूझना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि इस खतरे को भांपकर उनकी पार्टी ने साल 1990 में भूमि सेना का गठन करके 35 हजार एकड़ बंजर तथा नदियों के किनारे बेकार भूमि चिन्हित की थी. इस भूमि को सुधारकर कृषि योग्य बनाया जा सकता है.
यादव ने कहा कि प्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार अपने चुनाव घोषणापत्र में किये गये सभी वादों को पांच के बजाय दो साल में ही पूरा करने की कोशिश कर रही है.