तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पेंशन निधि में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की अनुमति देने केंद्र सरकार फैसले पर रविवार को फिर से आक्षेप किया और कहा कि एफडीआई देश के पेंशनभोगियों का भविष्य अनिश्चितता की ओर ले जाएगा.
कड़े आर्थिक फैसलों के चलते कांग्रेस पार्टी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन से नाता तोड़ चुकीं ममता ने कहा कि वर्ष 2008-09 के दौरान अमेरिका आर्थिक मंदी की चपेट में था. जब शेयर बाजार औंधे मुंह गिरा तो पेंशनभोगियों की बचत डूब गई थी.
पेंशन के क्षेत्र में एफडीआई के 'दुष्प्रभावों' का जिक्र करते हुए उन्होंने उदाहरण दिया कि अमेरिका में रह रहे एक भारतीय ने अपनी बचत को पेंशन निधि में निवेश किया था, मगर शेयर बाजार के धराशायी होने पर उनका 50 फीसदी हिस्सा डूब गया.