आदर्श सोसायटी मामले में धीमी जांच के लिए बंबई उच्च न्यायालय की ओर से की गई कड़ी आलोचना के बाद सीबीआई ने गुरुवार को कहा कि वह अगले हफ्ते इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने को तैयार है.
इसमें सेना के कुछ सेवानिवृत्त अधिकारियों और कुछ नेताओं को नामजद किया जाएगा. उच्च न्यायालय ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने में देरी के लिए सीबीआई की खिंचाई की थी. सीबीआई ने पिछले साल नवंबर में इस घोटाले में प्राथमिक जांच दर्ज की थी.
जांच एजेंसी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने कहा कि सीबीआई के विधिक प्रकोष्ठ द्वारा साक्ष्य का विश्लेषण किया गया है जिसके बाद कुछ लोगों के खिलाफ कथित तौर पर फर्जी दस्तावेज का इस्तेमाल करने और आधिकारिक पद का दुरुपयोग करने के लिए मामला दर्ज करने का फैसला किया गया है.
अदालत ने एजेंसी को अपनी जांच पूरी करने का निर्देश दिया था और कहा था कि वह दो हफ्ते के भीतर प्राथमिकी दर्ज करने के संबंध में अंतिम फैसला करे. आदर्श मामले में याचिका पर सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति बी एच मारलापल्ले और न्यायमूर्ति यू डी साल्वी की पीठ ने कहा, ‘दो महीने से अधिक समय बीत चुके हैं और सीबीआई इस मामले में प्राथमिक जांच कर रही है. आपने अब तक प्राथमिकी क्यों नहीं दर्ज की है.’
सेना के दो पूर्व प्रमुखों जनरल दीपक कपूर और जनरल एन सी विज और पूर्व नौसेना अध्यक्ष एडमिरल मानवेंद्र सिंह का विवादास्पद आदर्श सोसाइटी में फ्लैट है. हालांकि, सेना के पूर्व शीर्ष अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्होंने अब अपना फ्लैट सौंप दिया है.
केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने गत 16 जनवरी को तीन महीने के भीतर इस इमारत को ‘अनधिकृत’ और तटीय नियमन का उल्लंघन करके बनाने को लेकर इसे ध्वस्त करने का आदेश दिया था. सीआरजेड मानदंडों का उल्लंघन करने के अतिरिक्त सोसाइटी ने कथित तौर पर संदिग्ध उपायों के जरिए विभिन्न प्राधिकारों से अनुमति हासिल की है.