क्या कोई किताब डेढ़ करोड़ की हो सकती है? जब सफरनामा फरारी का हो और किताब में जड़े हों एक से एक बेशकीमती हीरे तो ऐसी किताब मामूली किताब कहां रह जाती है. फरारी ने अपना सफरनामा बयां के लिए यह नायाब किताब तैयार की है.
ये किताब वाकई अजूबा है. आपने सपने में भी शायद ही कभी डेढ़ करोड़ की किताब देखी होगी. लेकिन लाल रंग की जो किताब आपकी आँखों के सामने है उसकी कीमत वाकई डेढ़ करोड़ रुपए है. इसमें 1500 बेशकीमती हीरे जड़े हैं और 852 पन्नों की इस किताब का वजन एक दो किलो नहीं बल्कि पूरे 37 किलो है.
इस किताब को तैयार कराया है ऑटोमोबाइल कंपनी फरारी ने. दरअसल इस किताब में फेरारी ने अपने सफर को खूबसूरती से बयां किया है. फेरारी के बारे में छोटी से छोटी अहम जानकारी इस किताब में दर्ज हैं. फरारी के सफरनामे की पूरी दास्तान बयां करने वाली इस बेशकीमती किताब को ओपस नाम दिया गया है.
आप ये जानकर भी चौकेंगे कि किताब के रिसर्च पर ही 2 साल का वक्त लगा. इस किताब का कवर बेहतरीन चमडे से बना है जिसका रंग आप खुद चुन सकते है. फेरारी का ट्रेडमार्क घोड़ा इसकी शोभा बढाता है. घोड़े पर जो 1500 हीरे जड़े गए हैं वो सब के सब 32 कैरेट के हैं. हीरे की गुणवत्ता, कट, पॉलिश के लिए ये काम दुनिया की जानी मानी कंपनी सिरोया कलैक्शन को दिया गया है. एक सिल्वर सिगनेचर शीट पर फेरारी के मौजूदा ड्राइवर्स की ऑटोग्राफ है.
अगर आप फरारी के कद्रदान हैं तो तय है कि आप इस किताब से मुंह नहीं फेर पाएंगे. 1.5 करोड़ रुपये की ये किताब कीमती होने के साथ साथ बेहद ख़ास भी है. इसीलिए कंपनी ने हर देश के लिए सिर्फ एक बुक बनाने के फैसला किया है और येही बात उस बुक को और ज़्यादा बेशकीमती बना देती है.