कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने अल्पसंख्यकों से संपर्क बढ़ाने के भाजपा के प्रयास पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या वह गुजरात दंगों के लिए नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई करेगी या बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए लालकृष्ण आडवाणी अपना ‘अपराध’ स्वीकार करेंगे.
सिंह ने कहा, ‘क्या लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती अदालत में बाबरी मस्जिद विध्वंस का अपराध स्वीकार करेंगे ? अगर वे इस पर सहमत होते हैं तो इसे स्वीकार किया जाएगा कि सांप्रदायिक सौहार्द की उनकी बात में कोई दम है. पहले उन्हें अपनी गलती स्वीकार करनी होगी.’
उन्होंने कहा, ‘दूसरी बात जब तक गुजरात में 2002 के सांप्रदायिक दंगों में खुलेआम भागीदारी करने वाले राज्य के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ भाजपा कार्रवाई नहीं करती तब तक सांप्रदायिक सौहार्द की उनकी बात पर कोई भी व्यक्ति विश्वास नहीं करेगा.’
कांग्रेस महासचिव ने ट्विटर पर कहा, ‘आडवाणी 2014 में राजग को धर्मनिरपेक्षवाद के प्रतीक के रूप में पेश करने की बात करते हैं. क्या कोई धर्मनिरपेक्ष व्यक्ति उन पर विश्वास कर सकता है जब तक मोदी भाजपा में कद्दावर बने हुए हैं ?’