असम के 11 बाढ़ प्रभावित जिलों में ब्रह्मपुत्र नदी की धारा में लगातार आ रहे उतार के कारण ऊपरी और निचले असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ. बहरहाल, बराक घाटी में ब्रह्मपुत्र की
सहायक नदी में उफान जारी है जिससे पांच लाख लोगों को विस्थापन की मार सहनी पड़ी है.
अधिकारियों का कहना है कि कुछ स्थानों पर ब्रह्मपुत्र नदी अभी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है लेकिन पिछले कुछ दिनों से राज्य में बारिश में आयी कमी के कारण जलस्तर में
गिरावट का रुझान है.
अधिकारियों ने बताया कि लखीमपुर, धेमाजी, डिब्रूगढ़, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, मोरीगांव, सोनितपुर, ढुबरी, ग्वालपारा और बारपेटा जैसे प्रभावित जिलों में बाढ़ का पानी अब घरों और
खेतों से बाहर निकल रहा है.
बहरहाल, डिब्रूगढ़, गोलाघाट में नुमालीगढ़, गुवाहाटी, जोरहाट में निमाटीघाट, मोरीगांव में धरमतूल और मजुली में ब्रह्मपुत्र अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
अधिकारियों ने कहा कि ग्वालपारा, ढुबरी, नहरकटिया, बोदोटीघाट, शिवसागर, गोलाघाट और मानस में ब्रह्मपुत्र की धाराएं उतार पर हैं.
इस बीच, बराक घाटी में बराक नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया है और पांच लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा है. बराक घाटी के तहत
कछार, करीमंगज और हायलाकांडी जिले आते हैं.