असम में बाढ़ की स्थिति बिगड़ती जा रही है. राज्य के 27 में से 15 जिलों में अब तक इससे आठ लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि पिछले एक सप्ताह में सात लोगों की मौत हो गई है. एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में 700 से अधिक गांव डूब गए हैं.
नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि
असम के ऊपरी जिलों तथा अरुणाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसे देखते हुए सरकार ने सतर्क रहने की चेतावानी जारी की है.
राहत एवं बचाव कार्य तेज
अधिकारी के अनुसार, कामरूप, जोरहट, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, धेमाजी, लखीमपुर तथा सोनीपत जिलों में बाढ़ की स्थिति गम्भीर है. प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल के 16, सेना के 60 और राज्य आपदा प्रबंधन बल के 18 दल राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं.
तिनसुकिया जिले के सादिया सबडिविजन में प्रभावित लोगों के बीच आसमान से खाद्य सामग्री गिराने के लिए भारतीय वायु सेना के चार विमान लगाए गए हैं. निचले असम में बाढ़ के पानी के कारण कामरूप जिले के रांगिया में रविवार को रांगिया-गोरेश्वर लोक निर्माण विभाग की सड़क टूट गई. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य तथा डिब्रू सैखोवा राष्ट्रीय उद्यान के कुछ हिस्से भी बाढ़ के पानी में डूब गए.