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गर्भवती महिलाओं को बहुत रास आ रही हैं हरिप्रसाद चौरसिया की बांसुरी की धुन

बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया को इस्राइल के संगीतप्रेमी बहुत पसंद करते हैं और अनेक इस्राइली महिलाएं गर्भकाल के दौरान उनके संगीत के जादुई असर का आनंद ले रहीं हैं.

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बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया को इस्राइल के संगीतप्रेमी बहुत पसंद करते हैं और अनेक इस्राइली महिलाएं गर्भकाल के दौरान उनके संगीत के जादुई असर का आनंद ले रहीं हैं.

दूसरी तरफ खुद चौरसिया इस बात को जानकर हैरानी जताते हुए इसके पीछे वजह बताते हैं कि बांसुरी प्रकृति से जोड़ती है.

यरूशलम में योग शिक्षक तमार बेंतल ने कहा, ‘मैं हफ्ते में एक बार गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष योग कक्षाएं आयोजित करता हूं और मैं इस दौरान हमेशा चौरसियाजी के संगीत का इस्तेमाल करता हूं.’ उन्होंने कहा, ‘अधिकतर महिलाएं इसे पसंद करने लगी हैं और उन्होंने मुझसे कहा कि अपने प्रसव के लिए वे जिस सामान का बंदोबस्त कर रहीं हैं उनमें उनकी सीडी भी रखी है.’

बेंतल ने कहा, ‘मैं उनका बड़ा प्रशंसक हूं और उनके संगीत से इस नजरिए को मजबूती मिलती है कि मस्तिष्क को आनंद प्रदान करने में कला सक्षम है. मैं यरूशलम में उनकी सभी चार प्रस्तुतियों में मौजूद रहा हूं.’ इस्राइली महिला बोगी, जिसके करीब डेढ़ साल की बिटिया इदन है, ने कहा कि प्रसव कक्ष में लंबी अवधि के दौरान शांत रखने में चौरसिया के संगीत से उन्हें बहुत मदद मिली.

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उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि उनके संगीत ने मुझे उस कठिन समय से निकाला. मैंने स्टाफ को उनकी सीडी बार बार चलाने के लिए कहा था. मैं भारत के बारे में ज्यादा नहीं जानती लेकिन मैं उनके संगीत के प्रति सम्मोहित हूं.’

एक अन्य इस्राइली महिला अनत ने भी चौरसिया के संगीत की तारीफ की. उनका मानना है कि उनकी बांसुरी की धुन सभी तरह के तनाव को दूर कर सकती है. अनत ने कहा, ‘मैंने अपने गर्भकाल के दौरान उनका संगीत सुना. मैंने पूरी तरह तय कर लिया था कि प्रसव कक्ष में अपने साथ कौन सा संगीत ले जाउंगी. मैं हरिप्रसाद की सभी चार सीडी ले गयी जो मेरे घर में थीं.’

उन्होंने कहा, ‘मेरी बेटी भी वास्तविक दुनिया में आने से पहले सैंकड़ों बार इसे सुनकर इसे पसंद करने लगेगी.’ इस बारे में जब बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया से ही पूछा गया तो वह थोड़े हैरान दिखे.

उन्होंने कहा, ‘बांसुरी वास्तविक मायनों में प्रकृति से जुड़ी है. इसमें कोई तार नहीं है. यह संभव है कि प्रकृति से जुड़ी होने के कारण यह कुछ चमत्कारिक शक्तियां प्रदान करती हो. अंतत: यह भगवान कृष्ण का वाद्ययंत्र है.’ गत गुरूवार को यरूशलम में चौरसिया के कार्यक्रम में पूरे देश से बड़ी संख्या में प्रशंसक जुटे थे जो दिखाता है कि उनके यहां काफी चाहने वाले हैं.

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