तेजी से बढ़ती महंगाई पर लगाम कसने के प्रयास के तहत प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने बुधवार सुबह बैठक की. बैठक में क्या तय हुआ, इसका खुलासा अब तक नहीं हो सका है.
देश महंगाई की मार से छटपटा रहा है और सरकार अब तक मूकदर्शक बनी तमाशा देख रही है. महंगाई पर मंगलवार को भी प्रधानमंत्री की अगुवाई में बैठक हुई थी, जो बेनतीजा रही थी.
जब सरकार नाकाम हो तो फैलती है अव्यवस्था. महंगाई पर देश में यही नजारा है. दिल्ली में प्याज के जमाखोरों पर सरकार ने लगाम कसने की कोशिश की तो आजादपुर मंडी के कारोबारी हड़ताल पर चले गए. अब सवाल उठता है कि कैसे लगागी इनपर लगाम?
दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने बड़े वादे किए गए थे कि वो 35 रुपये किलो प्याज बेचेगी जबकि मंगलवार को मदर डेयरी की दुकानों पर प्याज 50 रुपये किलो बिक रहा था. अब कहा जा रहा है कि बुधवार से सस्ता प्याज मिलने लगेगा. हालांकि, लोगों को डर है कि कहीं सस्ते प्याज के नाम पर क्वालिटी से समझौता ना करना पड़े जैसा कि कई जगह हो रहा है. हालांकि, दिल्ली में जल्द ही महाराष्ट्र और गुजरात से प्याज की खेप पहुंचने वाली है, जिससे कीमतें गिर सकती हैं. लेकिन, ये सारी कोशिशें सिर्फ दिल्ली के लिए हैं देश के बाकी हिस्सों का क्या होगा?