पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में उनके बहुमूल्य योगदान के लिए यहां के सर्वोच्च राजकीय सम्मान से नवाजा गया. स्वर्गीय इंदिरा गांधी की बहू और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बांग्लादेश के राष्ट्रपति जिल्लुर रहमान के हाथों ‘बांग्लादेश स्वाधीनता सनमानोना’ ग्रहण किया.
सम्मान समारोह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और लगभग 1,000 विशिष्ठ जन मौजूद थे.इस मौके पर रहमान ने कहा, ‘इंदिरा गांधी ने अपनी राजनीतिक बुद्धिमत्ता और दूरदर्शिता के जरिए इतिहास और भविष्य की पीढ़ियों को प्रभावित किया.’
उन्होंने कहा, ‘मुझे याद है कि उन्होंने बांग्लादेश की आजादी में हमारा पूरा सहयोग किया था. इंदिरा गांधी को सम्मानित करके हमने खुद को सम्मानित किया है.’ सोनिया रविवार को 24 घंटे के दौरे पर यहां पहुंची. उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी को सम्मानित करना भारत के लिए भी सम्मान है.
सोनिया ने कहा, ‘यह सिर्फ इंदिरा गांधी का सम्मान नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत का सम्मान है.’ कांग्रेस अध्यक्ष ने अपना संबोधन ‘जय बांग्ला’ कहकर खत्म किया. यह नारा 1971 के स्वाधीनता संग्राम में लगाया गया था. राष्ट्रपति रहमान ने कहा कि इंदिरा गांधी ने लाखों बांग्लादेशियों और भारतीयों को प्रेरित किया है कि वे जुल्म और नाइंसाफी के खिलाफ लड़ सके.
उन्होंने कहा, ‘40 वर्षों के बाद भी इंदिरा उम्मीद एवं मजबूती की प्रतीक और हम सबके लिए प्रेरणास्रोत बनी हुई हैं.’ यहां की कैबिनेट ने बीते सप्ताह फैसला किया था कि 47 अन्य ‘विदेशी मित्रों’और पांच अंतरराष्ट्रीय संगठनों के योगदान को स्वीकारा जाएगा. इन लोगों को दिसंबर में सम्मानित किया जाएगा.