भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष केजी बालाकृष्णन की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.
मद्रास हाईकोर्ट के जस्टिस रघुपति के पत्र विवाद का मामला अभी चल ही रहा था कि बालाकृष्णन के दामाद पर गलत तरीके से करोड़ों की संपत्ति हासिल करने के मामले में एक पूर्व न्यायाधीश ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश वीआर कृष्णा अय्यर ने जस्टिस बालाकृष्णन के दामाद पर लगे इन आरोपों की न्यायिक जांच की मांग की है. जस्टिस बालाकृष्णन के दामाद श्रीनिजन पर आरोप है कि अपने ससुर की हैसियत का इस्तेमाल करते हुए महज चार साल में उन्होंने करोड़ों की संपत्ति हासिल की.
गौरतलब है कि जस्टिस बालाकृष्णन के दामाद श्रीनिजन ने 2006 में एर्नाकुलम की नजाराक्कल विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे. खबरों के मुताबिक, चुनाव के समय श्रीनिजन ने चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में अपना बैंक बैलेंस महज 25 हजार रूपये बताया था, लेकिन महज चार साल में उनकी दौलत करोड़ों में हो गई.
इस दौरान उन्होंने एर्नाकुलम और त्रिचूर में कई पॉश इलाकों में फ्लैट और प्लॉट खरीदे, जिनकी अनुमानित कीमत सात करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. पेशे से वकील श्रीनिजन केरल युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं, लेकिन उन पर लगे आरोपों से कांग्रेस फिलहाल पल्ला झाड़ रही है.