फ्रांस में सड़कों पर नमाज पढ़ने पर रोक शुक्रवार से अमल में आ गयी और हजारों मुसलमानों को अस्थायी वैकल्पिक स्थलों पर नमाज के लिए पहुंचाया गया.
पेरिस से लेकर मार्सेली तक जुम्मे के नमाजियों को बैरकों या अन्य अस्थायी भवनों में पहुंचा दिया गया. दरअसल सड़कों पर नमाज अदा करना दक्षिणपंथी राष्ट्रपति निकोलस सारकोजी के अधीन राजनीतिक मुद्दा बन गया है.
यूरोप में मुसलमानों की सर्वाधिक आबादी वाले देश फ्रांस ने इसी साल मुसलमानों के बुर्का पहनने पर रोक लगा दी थी और इसी सप्ताह गृहमंत्री क्लाउड गुएंट ने चेतावनी दी कि 16 सितंबर से सड़कों पर कोई नमाजी नहीं होंगे.
पिछले महीने गुएंट ने कहा था कि यदि कोई उल्लंघन करता है तो उस पर रोक लगेगी. सड़कों पर नमाज अदा करना अस्वीकार्य है और यह धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत पर सीधा हमला है. उन्होंने उल्लंघनकर्ता के खिलाफ पुलिस बुलाने की बात कही थी.