ब्रिटेन के लोग कम हंसते हैं और जैसे जैसे उनकी उम्र बढ़ती है उनके चेहरे पर हंसी कम होने लगती है. आखिरकार 52 साल के होते होते वे पूरी तरह चिड़चिड़े हो जाते हैं.
एक नए अध्ययन में दावा किया गया है कि ब्रिटेन में चुटकुलों सुनाने की कला खत्म हो रही है और एक ब्रितानी औसतन दो चुटकुले ही सुना पाता है. 14 फीसदी ब्रितानियों ने तो कुबूल किया कि उन्होंने आज तक कभी चुटकुले सुनाए ही नहीं.
अध्ययन में पाया गया कि बचपन में ब्रिटेन के लोग दिन में 300 बार हंसते हैं जबकि किशोरावस्था आते आते उनकी हंसी दिन में छह बार तक सिमट जाती है.
डेली एक्सप्रेस के मुताबिक, जीवन के दूसरे दशक में ब्रितानी युवा दिन में केवल चार बार हंसते हैं जबकि 30 के बाद यह संख्या बढ़ कर पांच हो जाती है.
समस्या 50 के बाद होती है जब ब्रिटेन के लोग अपनी हास्य प्रवृत्ति खोने लगते हैं और दिन में केवल तीन बार हंसते हैं.
शोधकर्ताओं ने पाया कि उम्र बढ़ने के साथ मर्द महिलाओं की तुलना में ज्यादा चिड़चिड़े हो जाते हैं. वे अपनी सेवानिवृत्ति को लेकर इतना अधिक सोचने लगते हैं कि उनके जीवन से हंसी नदारद होने लगती है.