आम नागरिकों पर हमले बंद करने के वैश्विक दबाव का उल्लंघन करते हुए लीबियाई राष्ट्रपति मुअम्मर गद्दाफी के लड़ाकू विमानों ने लीबिया के पूर्वी हिस्से में स्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले तेल टर्मिनल शहर ब्रेगा पर नए सिरे से हमला किया. यह हमला क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच झड़प में कम से कम 14 लोगों की मृत्यु हो जाने के एक दिन बाद किया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गुरुवार सुबह शहर पर युद्धक विमानों ने हमले किए. उधर, अरब लीग की महत्वपूर्ण बैठक में कहा गया कि अगर लीबिया पर हवाई हमले जारी रहे तो वह लीबिया के ऊपर नो फ्लाई जोन लागू करने पर विचार कर सकता है.
भाड़े के सैनिकों की मदद से लीबियाई सेना विद्रोहियों के कब्जे वाले पूर्वी क्षेत्र में घुसने का लगातार प्रयास कर रही है क्योंकि अमेरिका और नाटो कमांडरों ने लीबियाई विपक्ष की नो फ्लाई जोन लागू करने की मांग पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है. विद्रोहियों ने दावा किया कि उनकी 68 वर्षीय गद्दाफी के वफादार बलों के साथ तेज लड़ाई चल रही है. {mospagebreak}
गद्दाफी के वफादार बलों ने जवाबी अभियान शुरू कर दिया है जिसका लक्ष्य देश के पूर्वी भूभाग पर फिर से कब्जा करना है. उन्होंने कहा कि उनका तेल टर्मिनल शहर ब्रेगा पर पूरा नियंत्रण है. ब्रेगा पर हमला विद्रोहियों और सरकारी बलों के बीच संघर्ष में 14 लोगों के मारे जाने के एक दिन बाद किया गया है.
लीबियाई नेता के वफादार करीब 300 लोगों ने गद्दाफी के गढ़ त्रिपोली से करीब 500 किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित ब्रेगा पर बुधवार को हमला किया. ‘अल जजीरा’ चैनल के अनुसार वायु सेना के एक बमवषर्क विमान ने पहले शहर का चक्कर लगाया और एक मिसाइल दागा. इसमें कोई हताहत नहीं हुआ. युद्धक विमान ने यूनिवर्सिटी परिसर के निकट एक समुद्र तट पर हमला किया, जहां दोनों पक्ष लड़ रहे थे.
उन्होंने कहा कि विपक्ष हमले को नाकाम करने में सफल रहा. उसका शहर पर कब्जा बरकरार है. विपक्ष ने करीब एक हफ्ते पहले शहर पर कब्जा किया था. अजदाबिया शहर में प्रत्यक्षदर्शियों ने नए संघर्ष के बारे में जानकारी दी. गद्दाफी ने सत्ता छोड़ने से इनकार कर दिया है. साथ ही उन्होंने किसी भी विदेशी हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी दी है. {mospagebreak}
उन्होंने कहा कि इससे खूनी युद्ध छिड़ जाएगा जिसमें हजारों लीबियाइयों की जान चली जाएगी. दो सप्ताह पहले अपने शासन के खिलाफ विद्रोह के बाद पहली बार सार्वजनिक सभा में कज्जाफी ने कहा, ‘हम अमेरिकी हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेंगे. इससे खूनी युद्ध छिड़ जाएगा और अगर अमेरिका और नाटो लीबिया में घुसता है तो हजारों लीबियाई मारे जाएंगे.’
गद्दाफी की इस जनसभा का बुधवार को रात सरकारी टेलीविजन पर प्रसारण किया गया. उन्होंने दावा किया कि उनके शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लीबिया के तेल संसाधनों पर कब्जा करने की साजिश का हिस्सा है. उन्होंने कहा, ‘हम अल्लाह की मदद से आखिरी दम तक लड़ेंगे.’ गद्दाफी ने अपने शासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को एक छोटे तबके का विरोध बताया.