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गांधीजी, अकबर टाइम पत्रिका के शीर्ष 25 राजनीतिक हस्तियों में शुमार

महात्मा गांधी और मुगल शासक अकबर महान को टाइम पत्रिका में अब तक के ‘शीर्ष 25 राजनीतिक हस्तियों’ मे शुमार किया गया है. इसके अलावा तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा और आधुनिक चीन के निर्माता माओत्से तुंग भी इस पांत में हैं.

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महात्मा गांधी और मुगल शासक अकबर महान को टाइम पत्रिका में अब तक के ‘शीर्ष 25 राजनीतिक हस्तियों’ मे शुमार किया गया है. इसके अलावा तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा और आधुनिक चीन के निर्माता माओत्से तुंग भी इस पांत में हैं.

अमेरिका के दिवंगत राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन की 100वीं सालगिरह के अवसर पर जारी सूची में महान विजेता सिकन्दर तथा एडोल्फ हिटलर और बेनितो मुसोलिनी जैसी इतिहास की चर्चित हस्तियों का भी नाम है.

अभी तक के शीर्ष 25 में महात्मा गांधी के नाम को उनके सत्याग्रह पालन अहिंसा से ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनके उस नेतृत्व की वजह से शुमार किया गया जिसने बाद में दुनिया के कई क्रांतिकारियों को प्रभावित किया.

प्रतिष्ठित पत्रिका ने मोहनदास करमचंद गांधी को ऐसी हस्ती बताया ‘जिसे कोई शायद कभी भूला सकें. ‘उनके संघर्ष ने अमेरिका में नागरिक अधिकारों के लिये हुए संघर्ष समेत कई सामाजिक संघर्षों का मार्ग प्रशस्त किया.

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पत्रिका के अनुसार ‘दक्षिण अफ्रीका में एक वकील के रूप में काम करते हुए उन्होंने सविनय अवज्ञा और सत्याग्रह की अवधारणा को अपनाया जिसने भारतीयों को अत्याचार के खिलाफ संघर्ष के लिये प्रेरित किया.{mospagebreak}

पत्रिका के अनुसार ‘भारत के भावी प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ काम करते हुए गांधी जी ने विदेशी शासन के खिलाफ शांतिपूर्ण संघर्ष में देश का नेतृत्व किया. 1930 में नमक बनाने के लिये दांडी मार्च से शुरू हुए विरोध ने वह रास्ता अख्तियार किया जिसकी परिणति 1947 में आजादी में हुई.

विश्व पर प्रभाव छोडने वाले गांधीजी से प्रेरित होने वालों में अमेरिका में नागरिक अधिकारों के लिये आंदोलन चलाने मार्टिन लूथर किंग तथा दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की नीति का विरोध करने वाले नेल्सन मंडेला शामिल हैं.

पत्रिका के अनुसार 16 वीं सदी के मुगल शासक जलालुद्दीन मोहम्मद अकबर ने छोटे से साम्राज्य को उत्तरी भारत के बडे भाग तक फैलाया. इस तीसरे मुगल शासक ने हिन्दू बहुल समाज में बहुलवाद और असहिष्णुता को बढावा दिया और उस समय जब यूरोप अपने पूर्व पुर्नजागरण काल में था उसने कलाकारों कवियों इंजीनियरों और दार्शनिकों को आगे लाकर सभ्‍यता एवं संस्कृति को फूलने फलने का अवसर दिया.{mospagebreak}

पत्रिका के अनुसार आधुनिक काल की शुरूआत के युग में उसका राज्य दुनिया के सम्पन्न मुल्कों में एक था. उसके दरबार में हिन्दू गुरूओं से लेकर ईसामसीह को मानने वाले धार्मिक विद्वानों को सम्मान दिया गया. तिब्बत के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा की प्रशंसा भी उनकी अहिंसा के संदेश और सहिष्णुता के लिये की गयी है. उसमें कहा गया है ‘1959 में अपने निर्वासन से लेकर दशकों तक उन्होंने तिब्बत और चीन के बीच तनाव के समाधान के लिये काम किया है. गांधी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की तरह उन्होंने अहिंसा और असहिष्णुता की नीति से काम किया.

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पत्रिका में हिटलर को इतिहास में बुराई का प्रतीक बताया गया. सूची में उसके अलावा सिकन्दर महान, माओत्से तुंग, विंसेट चर्चिल, चंगेज खान, नेल्सन मंडेला, अब्राहम लिंकन, अर्नेस्टो ‘चे’ ग्वेरा, रोनाल्ड रीगन, क्लियोपेट्रा, फ्रेंकलिन रूजवेल्ट, महारानी विक्टोरिया, बेनितो मुसोलनी, लेनिन, मार्गरेट थचर, साइमन बोलिवर, छिन शी ह्वांग, किम इल सुंग, चार्ल्स द गाल, लुइस चौदहवा, हेली से लेसी, किंग रिचर्ड, द लायनहार्ट तथा सलादीन का नाम भी है.

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