प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि पवित्र गंगा नदी की गरिमा बहाल करने के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है, जो 11 राज्यों में देश की 40 प्रतिशत आबादी को पानी मुहैया कराती है.
राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन प्राधिकरण की बैठक में प्रधानमंत्री ने माना कि गंगा नदी, जिसे हिन्दुओं ने देवी का दर्जा है, का संरक्षण एक जटिल काम है और इस दिशा में पहले के प्रयास बहुत सफल नहीं रहे. उन्होंने कहा कि गंगा नदी की गरिमा बहाल करने के लिए तार्किक एवं व्यावहारिक कदम उठाने की जरूरत है, न कि खानापूर्ति की.
प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे समक्ष बहुत जटिल काम है. यदि हमें इस चुनौती से पार पाना है तो हमें इसमें अपने बौद्धिक एवं भौतिक संसाधनों का समन्वित एवं संगत इस्तेमाल करना होगा.