अपने लाड़ले ‘प्रिंस आफ कोलकाता’ सौरव गांगुली के समर्थन में आज फिर पूरा शहर प्रदर्शन पर उतारू नजर आया और शाहरूख खान तथा कोलकाता नाइट राइडर्स के पुतले सड़कों पर फूंके गए.
लोकसभा के पूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने कहा कि यह महान बल्लेबाज निजी टीमों की राजनीति का शिकार हो गया है जिन्होंने बेंगलूर में दो दिन तक आईपीएल के लिये हुई नीलामी में उसकी बोली नहीं लगाई.
चटर्जी ने कहा, गांगुली जैसे खिलाड़ी के साथ ऐसा होना दुखद और अनुचित है. नीलामी से स्पष्ट है कि टीमों ने जान बूझकर ऐसा किया.’ उन्होंने कहा, यह नहीं भूलना चाहिये कि वह पूरी दुनिया में सबसे लोकप्रिय क्रिकेटरों में से है और यही वजह है कि उसके प्रशंसक उसे दादा कहते हैं. वह भारत का सबसे सफल कप्तान है और उसकी क्षमता पर किसी को शक नहीं होना चाहिये.’ बंगाल क्रिकेट संघ ने कहा कि यह खबर उनके लिये स्तब्ध करने वाली रही.
कैब के संयुक्त सचिव सुजान मुखर्जी ने कहा, हम यह सुनकर सकते में आ गए. गांगुली के बिना टीम को उतने समर्थन नहीं मिल सकेंगे. लोगों की टीम में रूचि नहीं रहेगी.’{mospagebreak}
बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी ने कहा, यह बेहद हैरानी की बात है कि किसी टीम ने गांगुली को नहीं खरीदा.’ बंगाल के विकेटकीपर रिधिमान साहा ने कहा, यदि गांगुली आईपीएल खेलते तो बेहतर होता. टेबल टेनिस स्टार सौम्यदीप राय ने कहा, मैं दादा का बड़ा प्रशंसक हूं. वह महान खिलाड़ी हैं. मुझे नीलामी की तकनीकी बातों के बारे में नहीं पता लेकिन मैं दुखी हूं कि उन्हें आईपीएल चार में नहीं देख सकूंगा. इस बीच शहर में कोलकाता नाइट नाइडर्स के मालिक शाहरूख खान के पुतले और पोस्टर फूंके गए. इस बीच गांगुली बेहाला स्थित अपने आवास से बाहर नहीं निकले.
एक समूह ने कहा, दादा के बिना केकेआर नहीं. शाहरूख इसके लिये जिम्मेदार है. हम केकेआर के मैच नहीं देखेंगे.’