सौरव गांगुली ने इन रिपोर्ट का खंडन किया कि उन्होंने आईपीएल फ्रेंचाइजी के रवैये से क्षुब्ध होकर सभी तरह के प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है.
गांगुली ने बयान जारी करके कहा, ‘मैंने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. यदि मुझे आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिलता है तो मैं किसी तरह के घरेलू क्रिकेट में भाग नहीं लूंगा लेकिन यदि मुझे आईपीएल में खेलने का मौका मिलता है तो मैं फिट रहने के लिये घरेलू क्रिकेट में खेलूंगा.’
उन्होंने कोलकाता पहुंचने के बाद भी अपनी स्थिति स्पष्ट की. कुपित गांगुली ने पत्रकारों से कहा, ‘आपने कहां से यह निष्कर्ष निकाल लिया. आपको पूरा इंटरव्यू देखना चाहिए. ऐसा तभी होगा जबकि मुझे आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिलता. यदि मैं आईपीएल में खेलता हूं तो क्रिकेट के अन्य प्रारूप में भी खेलता रहूंगा.’ {mospagebreak}
इससे पहले गांगुली ने एक टेलीविजन चैनल को इंटरव्यू दिया जिसके बाद यह अटकलबाजी लगाये जाने लगी कि इस पूर्व भारतीय कप्तान ने खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है. गांगुली से जब यह पूछा गया कि आईपीएल टीमों के नजरअंदाज करने के बाद क्या वह क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले रहे हैं, उन्होंने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं और आईपीएल के इस सत्र में खेलने की उनकी कोई संभावना नहीं है. लेकिन उनकी इस टिप्पणी को उनके क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास से जोड़कर देखा गया तथा इस पर चैनलों ने पूर्व क्रिकेटरों से प्रतिक्रिया लेनी भी शुरू कर दी.
गांगुली के ‘हेडलाइन्स टुडे’ को दिये गये इंटरव्यू के बाद उनके संन्यास लेने की अटकलबाजी लगाये जाने लगी थी हालांकि उन्होंने साफ तौर पर संन्यास की बात नहीं की थी. गांगुली से जब पूछा गया था कि क्या अब उन्होंने क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया है, उन्होंने कहा, ‘नहीं मैं ऐसा नहीं मानता.’ उन्होंने कहा, ‘मैंने दो साल पहले ही अंतरराष्ट्रीय पेशेवर खिलाड़ी के तौर पर संन्यास ले लिया था. {mospagebreak}
आईपीएल बड़ा प्लेटफार्म है. जहां तक इसका संबंध है तो मुझे आईपीएल में खेलने की कोई संभावना नजर नहीं आती.’ गांगुली ने 2008 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. उन्हें आठ और नौ जनवरी को हुई नीलामी में किसी भी फ्रेंचाइजी ने नहीं खरीदा था. बाद में कोच्चि टीम उन्हें खरीदना चाहती थी लेकिन आईपीएल संचालन परिषद ने अन्य फ्रेंचाइजी की आपत्ति के बाद इससे इनकार कर दिया.
गांगुली से जब पूछा गया कि क्या वह भविष्य में रणजी ट्राफी में नहीं खेलेंगे, उन्होंने कहा, ‘मैंने अभी फैसला नहीं किया है.’ उन्होंने अंतिम रणजी मैच पिछले साल दिसंबर में बंगाल की तरफ से रेलवे के खिलाफ खेला था. गांगुली ने कहा कि किसी भी फ्रेंचाइजी टीम में जगह नहीं पाने से उन्हें हैरानी हुई क्योंकि इस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट में उन्होंने काफी रन बनाये थे.
उन्होंने कहा, ‘मैंने काफी रन बनाये थे. पिछले साल मैंने 500 से अधिक रन बनाये. मेरी उम्र के खिलाड़ी जैसे कि एडम गिलक्रिस्ट, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण अब भी खेल रहे हैं. ईमानदारी से कहूं तो मुझे नहीं पता कि मुझे क्यों नहीं लिया गया. पिछली फार्म को देखते हुए मुझे चुना जाना चाहिए था.’