विवेका बाबाजी की मौत के मामले में गौतम वोहरा को राहत मिल गई है. अंतरिम जमानत अर्जी पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पुलिस से कहा है कि 72 घंटे का नोटिस दिए बगैर गौतम को गिरफ्तार ना किया जाए.
गौरतलब है कि मंगलवार को पुलिस ने गौतम से साढ़े तीन घंटे लंबी पूछताछ की थी, लेकिन पूछताछ के बाद पुलिस ने गौतम को क्लीन चिट देने से इनकार कर दिया और कोर्ट में गौतम की अग्रिम जमानत का विरोध किया.
पेशे से स्टॉक ब्रोकर और ग्लैमर के शौकीन गौतम वोहरा मुंबई के खार थाने पर पहुंचे तो थे बड़े भरोसे के साथ, लेकिन साढ़े तीन घंटे की मैराथन पूछताछ के बाद उन्हें समझ में आ गया कि उनकी मुश्किलें अभी खत्म नहीं हुई हैं. मॉडल विवेका बाबाजी की मौत पर पुलिसिया शक से अभी वो दूर नहीं हुए हैं. मंगलवार को सुबह साढ़े नौ बजे ही खार थाने पर पहुंच गए थे गौतम वोहरा. पुलिस पहले से ही सवालों का पुलिंदा लेकर तैयार थी.
बीती रात जो तीस सवाल किए गए थे, साफ लग रहा कि पुलिस उनके जवाब से संतुष्ट नहीं है और वो गौतम से पूरा सच निकालना चाहती है. लिहाजा एक बार फिर पुलिस ने पूछा- विवेका से आपके क्या रिश्ते थे. गौतम ने फिर वही जवाब दोहराया कि दोस्ती के सिवाय विवेका से उनका कोई रिश्ता नहीं था. कुछ और सवाल-जवाब के बाद पुलिस 24 जून की रात पर आ गई, जो विवेका और गौतम के मुलाकात की आखिरी रात थी. पुलिस का सीधा सवाल था- 24 जून की रात क्या हुआ था? {mospagebreak}
गौतम वोहरा ने फिर वही जवाब दोहराया जो अग्रिम जमानत अर्जी दाखिल करते वक्त कोर्ट में दी थी. गौतम ने कहा कि वो बांद्रा से गुजर रहे थे, तभी उन्हें विवेका का फोन आया. वो विवेका से मिलने चले गए. विवेका तनाव में थी. उन्होंने उसका तनाव दूर करने की कोशिश की. वो ढेर सारी दवाइयां ले रही थी. सिगरेट पी रही थी. पुलिस का अगला सवाल था- आप कब तक विवेका के पास थे?
गौतम ने कहा- रात पौने नौ -नौ बजे के करीब वो वहां से निकल गए थे. पुलिस ने फिर पूछा- क्या आपका उनसे झगड़ा भी हुआ था? गौतम ने कहा- नहीं, कोई झगड़ा नहीं हुआ था. गौतम का यही जवाब पुलिस को संतुष्ट नहीं कर पा रहा. क्योंकि पड़ोसियों के हवाले से लगातार खबरें आ रही हैं कि 24 जून की रात विवेका के घर से लगातार लड़ाई झगड़े की आवाजें आ रही थीं और शक है कि इसी झगड़े के बाद विवेका के मन में खुदकुशी का विचार आया.
उधर पुलिस ने विवेका के एसएमएस की भी पड़ताल की है. विवेका ने आखिरी 7 दिनों में गौतम को प्यार भरे कई मैसेज भेजे थे. लेकिन उसने 24 जून को एसएमएस में लिखा आई हेट यू. पुलिस को ये सुराग अहम लग रहा है.
फिलहाल पुलिस को विवेका की विसरा रिपोर्ट के अलावा लैपटॉप, मोबाइल, ई-मेल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है. यही वजह है कि पुलिस फिलहाल गौतम को क्लीनचिट देने के मूड में नहीं. यानी, विवेका बाबाजी खुदकुशी केस में गौतम पर कायम है शक की सुई.