महिलाओं के लिए बराबरी के अवसर की जोरदार वकालत करते हुए गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि सुरक्षा बलों में विद्यमान लैंगिक भेदभाव समाप्त होना चाहिए.
चिदंबरम ने कहा कि महिला बटालियन गठित करने की एक वजह महिलाओं के प्रति इस लैंगिक भेदभाव की भावना को समाप्त करना है कि कुछ ऐसे कार्य हैं जिन्हें औरतें नहीं कर सकती हैं.
प्रथम नगालैंड महिला बटालियन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं को अगर उचित प्रशिक्षण मिले, वे उचित हथियारों-उपकरणों से सुसज्जित हों और सही अवसर उपलब्ध कराए जाएं तो पुरूषों की तरह वे भी जीवन के हर क्षेत्र के कार्यो को बखूबी निभा सकती हैं.
नगालैंड महिला बटालियन को हाल ही में यहां संपन्न राष्ट्रमंडल खेलों की सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया था. इस बटालियन की 1000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को दिल्ली मेट्रो स्टेशनों, राष्ट्रीय राजधानी के कई बाजारों आदि में चौकसी बरतने की जिम्मेदारी दी गई थी.
आम प्रशिक्षण से लैस इस महिला बटालियन को अब आधुनिक हथियारों और जंगल युद्ध का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.