अमेरिका द्वारा बिना पाकिस्तान को सूचित किए उसकी जमीन पर ऑपरेशन लादेन चलाने को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने देश की संसद में सफाई दी. सफाई देते हुए गिलानी ने कहा, 'हम देश की रक्षा करने में सक्षम हैं.' अमेरिका से बिगड़ते रिश्तों के मद्देनजर गिलानी ने चीन को सबसे अहम दोस्त बताया.
गिलानी ने कहा, 'हम अपने हितों का ख्याल रखेंगे और देश की सुरक्षा से समझौता नहीं करेंगे. गिलानी ने जनता को पाकिस्तान की असली ताकत बताया और कहा कि उनके देश ने कई चुनौतियों का सामना किया है और पाकिस्तान लोकतंत्र में यकीन करता है. गिलानी ने प्रश्न उठाते हुए कहा कि आखिर अल कायदा को किसने बनाया, इतिहास देखें. उनका इशारा निश्चित रूप से अमेरिका की ओर रहा होगा.
गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान को दुनिया की गलतियों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता और उनका देश भी आतंकवाद का शिकार पाक बना है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के 30000 से भी ज्यादा सैनिकों ने अपनी जान गंवाई है. गिलानी ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा नीतियों पर कायम रहा है और आतंक के खिलाफ लड़ाई लड़ने और आतंकवाद पर लगाम के लिए खरबों रुपये खर्च किए हैं.
उन्होंने कहा, 'हम अपनी जमीन आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं होने देंगे और पाक अपनी जमीन पर आतंकवाद पनपने नहीं देगा. गिलानी ने दावा किया कि अंतरराष्ट्रीय सेना की गलती से ही अल कायदा जैसा आतंकी संगठन अपने पांव फैला सका.
पाकिस्तान ने तो अल कायदा के कई नेताओं को पकड़ा. ऑपरेशन लादेन के बारे में बोलते हुए गिलानी ने कहा कि इस ऑपरेशन के चलते अमेरिका के साथ पाकिस्तान के रिश्ते बिगड़े हैं. हालांकि उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान के लिए अमेरिका के साथ रिश्ते महत्वपूर्ण हैं.