हुर्रियत कांफ्रेंस के चरमपंथी धड़े ने कश्मीर के लिए वार्ताकारों का दल नियुक्त करने की प्रक्रिया को आंखों में धूल झोंकने वाला बताया है और दावा किया है कि सरकार जम्मू-कश्मीर में शांतिपूर्ण राजनैतिक गतिविधियों का संचालन नहीं होने दे रही है.
धड़े के नेता सैयद अली शाह गिलानी ने एक बयान में कहा, ‘गृहमंत्री पी चिदंबरम ने शांतिपूर्ण राजनैतिक गतिविधियों के आयोजन की इजाजत देने की बात कही थी लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा कुछ दिखाई नहीं देता है. सरकार राजनैतिक अवसर प्रदान करने के लिए तैयार नहीं है.’
गिलानी ने कहा, ‘शांतिपूर्ण राजनैतिक गतिविधियों की इजाजत नहीं देना और नेताओं को लगातार बंदी बनाए रखने से यह साफ हो गया है कि वार्ताकारों की नियुक्ति सिर्फ आंखों में धूल झोंकने वाली है.’