अन्ना हजारे को मनाने के लिए सरकार और सिविल सोसाइटी के बीच नॉर्थ ब्लॉक में करीब ढाई घंटे चली बातचीत समाप्त हो गई है. इस बातचीत में सरकार की तरफ से वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने बातचीत की कमान संभाली. उनके साथ बातचीत में केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद और सांसद संदीप दीक्षित भी शामिल थे.
बातचीत के बाद सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने साफ-साफ कहा कि इस बार अन्ना ऐसे नहीं मानेंगे. अन्ना को लिखित आश्वासन चाहिए. सरकार के मंत्री सलमान खुर्शीद ने इस बातचीत को सकारात्मक करार दिया. साथ ही उन्होंने सरकार की अन्ना की सेहत की चिंता को भी दोहराया. उन्होंने बताया कि यह बातचीत बुधवार को भी जारी रहेगी.
फोटो: अन्ना के लिए सड़कों पर उतरे समर्थक
उधर किरण बेदी ने कहा कोई ठोस नतीजा नहीं निकला और हमें इस बातचीत पर लिखित आश्वासन चाहिए. सरकार लिखित वादा करे.
अरविंद केजरीवाल ने कहा सरकार ने बुधवार सुबह तक का वक्त मांगा है जबकि किसी ने कोई वादा नहीं किया.
उधर प्रशांत भूषण ने कहा कि हम आगे बढ़ रहे हैं.
अन्ना के आंदोलन पर विशेष कवरेज
सिविल सोसाइटी के एक और सदस्य स्वामी अग्निवेश से सरकार और टीम अन्ना के बीच बातचीत पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि अन्ना की सेहत सबसे जरूरी है और अन्ना को ड्रिप चढ़ाने के लिए अब मना नहीं करना चाहिए. अन्ना को ड्रिप चढ़ाने के साथ ही इस मुहिम को जारी रखना चाहिए.
सिविल सोसाइटी का प्रतिनिधित्व प्रशांत भूषण, किरन बेदी और अरविंद केजरीवाल ने किया. प्रधानमंत्री ने प्रणब मुखर्जी को बातचीत करने के लिए सरकारी प्रतिनिधि नियुक्त किया था.
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बातचीत की जमीन तैयार करने के लिए मंगलवार की शाम को संदीप दीक्षित ने ही अरविंद केजरीवाल और सलमान खुर्शीद की मुलाकात कराई थी. इसी संकट सुलझाने के लिए बुधवार को सरकार ने सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है. उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक के नतीजों पर सर्वदलीय बैठक में भी चर्चा होगी.