फेमा के उल्लंघन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से किसी तरह की नोटिस नहीं मिलने का दावा करते हुए योगगुरू बाबा रामदेव ने कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा तथा आने वाले समय में एक ऐसा बड़ा जनांदोलन खड़ा करेंगे जिसे कोई सरकार नहीं उड़ाड़ पायेगी.
रामदेव ने संवाददाताओं से कहा कि मेरे नाम पर कोई सम्पत्ति नहीं है और न ही कोई बैंक खाता ही है. ऐसी खबरें दुखद हैं जिसमें ‘बाबा रामदेव की कंपनी’ का संबोधन किया जा रहा है. बाबा रामदेव या ट्रस्ट का किसी कंपनी से सीधा संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट या पतंजलि योगपीठ ने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है. यह दुखद है कि इस प्रकार से समाचार सामने आ रहे हैं.
योगगुरू ने दावा किया कि प्रवर्तन निदेशालय ने उनके या ट्रस्ट के खिलाफ फेमा के उल्लंघन के तहत न कोई एफआईआर दर्ज किया है और न ही उन्हें कोई नोटिस भेजा है.
रामदेव ने कहा कि मैंने पिछले 20 वर्ष से पूरी प्रामाणिकता और पारदर्शिता से सेवा की है. इस तरह के कार्यो के पीछे सरकार की बहुत बड़ी साजिश है जिसका मकसद मुझे बदनाम करना और मेरे अभियान में बाधा उत्पन्न करना है.
उन्होंने कहा कि वह जन लोकपाल विधेयक के समर्थन में हैं लेकिन इस मुद्दे पर सरकार ने पहले भी अन्ना हजारे को धोखा दिया था और इस बार भी धोखा दिया है. रामदेव ने कहा कि वैधानिक तरीके से जो भी सरकारी विभाग पूछताछ करेगा, उसका वह उत्तर देंगे.