कर्नाटक के राज्यपाल एचआर भारद्वाज ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर अभियोजन की मंजूरी प्रदान की वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से भाजपा सरकार के खिलाफ टिप्पणियों पर माफी मांगने को कहा.
गतिरोध उस समय शुरू हुआ जब राज्यपाल ने पहले तो प्रदेश मंत्रिमंडल द्वारा पारित एक प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें उनसे भ्रष्टाचार के मामलों में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर अभियोजन की प्रक्रिया को छोड़ने के लिए कहा गया था. बाद में राजभवन के सूत्रों ने कहा कि येदियुरप्पा और गृह मंत्री आर. अशोक पर अभियोजन को मंजूरी दे दी गयी है.
भारद्वाज की टिप्पणी से नाखुश सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रदेश भर में राज्यपाल विरोधी प्रदर्शनों की घोषणा की. भाजपा ने 25 जनवरी को ‘राजभवन चलो’ कार्यक्रम और 24 जनवरी को दिल्ली में राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल से मिलकर राज्यपाल को वापस बुलाने की मांग करने की घोषणा की.
येदियुरप्पा पर पलटवार करते हुए राज्यपाल ने एक पत्र में सख्ती से कहा कि वह भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को ढंक नहीं सकते. गत 19 जनवरी को हुई कैबिनेट की बैठक में पारित प्रस्ताव का जिक्र करते हुए भारद्वाज ने कहा, ‘कैबिनेट के फैसले का सार संक्षेप सामान्य तौर पर आपके खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों को ढंकने के लिए मुझे संकेत देता है.’
उधर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए भारद्वाज से ‘बिना शर्त’ माफी मांगने को कहा. इस मुद्दे पर चर्चा के लिए भाजपा कोर कमेटी और कार्यकारिणी की बैठक से पहले येदियुरप्पा ने संवाददाताओं से कहा, ‘उन्हें अपनी टिप्पणी के लिए बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने राज्य की जनता का अपमान किया है.’