सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आरोप लगाया कि सरकार उनके अतीत के बारे में सूचना एकत्रित करने के प्रयास कर रही है.
हजारे ने दावा किया कि सेना में उनके रिकार्ड खंगाले जा रहे हैं और उनके संगठन की जांच के लिए लोगों को महाराष्ट्र में उनके गांव भेजा गया.
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सेना में बतौर जवान 15 वर्ष सेवा करने वाले हजारे ने मुम्बई प्रेस क्लब में मुंबई मराठी पत्रकार संघ की ओर से आयोजित दो अलग अलग कार्यक्रमों में कहा, ‘मैंने अपने पूरे जीवन में कोई गलत काम नहीं किया.’
हजारे ने कहा, ‘उन्होंने (सरकार ने) सेना के मेरे रिकार्ड खंगालने के लिए लोगों को भेजा. ताकि उन्हें सेना में मेरे सेवा काल के समय के बारे में कुछ मिले. मैंने अपने जीवन में कभी कुछ गलत नहीं किया.’
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अन्ना ने कहा, ‘उन्होंने लोगों को मेरे पीछे लगा दिया है. उन्होंने मेरे संगठन के बारे में जांच करने के लिए लोगों को मेरे गांव भेजा. मेरे पास कोई बैंक बैलेंस नहीं है तो आपको मिलेगा क्या? मैं एक मंदिर में आठ फुट लंबे और दस फुट चौड़े कमरे में रहता हूं. मेरे पास खाना खाने के लिए सिर्फ एक प्लेट और सोने के लिए एक बिस्तर भर है. आपको क्या मिलेगा?’
औरंगाबाद के रालेगन सिद्धि गांव के रहने वाले हजारे ने कहा कि उनका आंदोलन किसी व्यक्ति या पार्टी के खिलाफ नहीं बल्कि भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए एक मजबूत लोकपाल के लिए है.
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