अन्ना हज़ारे ने कहा है कि 16 अगस्त को तिहाड़ जेल से उनके रिहा होने के बाद सरकार की उन्हें उनके पैतृक गांव में भेज देने की योजना थी.
हज़ारे ने यहां पद्मावती विश्राम गृह में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मेरी गिरफ्तारी और जेल से मेरी रिहाई के बाद उनकी मुझे सीधे दिल्ली हवाई अड्डे ले जाने और वहां से पुणे भेजने की योजना थी. पुणे से मुझे रालेगण सिद्धी भेज दिया जाता.’
रालेगण सिद्धी पुणे से करीब 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. अपने गांव पहुंचने के बाद से हज़ारे पद्मावती विश्राम गृह में ही ठहरे हैं. हज़ारे ने कहा, ‘मुझे रालेगण लाने के बाद उनकी मुझे मेरे गांव तक ही सीमित कर देने की योजना थी.’