केंद्र सरकार ने कहा है कि उसने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी दौरे पर या उनके इलाज पर कोई धन खर्च नहीं किया.
इसके साथ ही सरकार ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस दावे को खारिज कर दिया कि इन बातों पर 1880 करोड़ रुपये खर्च हुए. सरकार ने मोदी से माफी मांगने को कहा है.
कांग्रेस कोर ग्रुप में भी उठा मामला
यह मुद्दा सोनिया गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस के कोर ग्रुप की बैठक में भी उठा जिसमें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे. पीएमओ ने बयान जारी कर कहा, ‘कुछ लोगों द्वारा मीडिया की रिपोर्ट का हवाला देकर संप्रग अध्यक्ष के विदेशी दौरे पर राजकोष से भारी धन खर्च करने की बात उठाई गई, जो प्रधानमंत्री कार्यालय के संज्ञान में आई है. 1880 करोड़ रुपये खर्च करने की रिपोर्ट असत्य एवं भ्रमित करने वाली है.’ इसमें नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया गया, जिन्होंने ऐसा दावा किया था लेकिन इशारा उन्हीं की तरफ था.
केंद्रीय सूचना आयुक्त का इनकार
बयान में कहा गया, ‘केंद्रीय सूचना आयुक्त ने इन रिपोर्टों से इनकार किया है और इस पर बयान भी दिया है.’ इसमें कहा गया, ‘प्रधानमंत्री कार्यालय बताना चाहता है कि सरकार ने संप्रग अध्यक्ष के विदेशी दौरे पर कोई खर्च नहीं किया और उनकी सुरक्षा पर खर्च भी विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) उठाता है.’
केवल बेल्जियम दौरे का खर्च
पीएमओ ने कहा कि पिछले आठ वर्ष के दौरान सोनिया के केवल बेल्जियम दौरे का खर्च भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने उठाया है. बेल्जियम सरकार के न्यौते पर वह राष्ट्रीय सम्मान पाने के लिए वहां गई थीं. इसमें कुल खर्च तीन लाख रुपये से कम का था. बयान में कहा गया है, ‘इसमें स्पष्ट किया गया है कि सरकार ने संप्रग अध्यक्ष के विदेश और भारत में चिकित्सा खर्च को नहीं उठाया.’
नरेंद्र मोदी ने उठाया था मामला
नरेंद्र मोदी ने आरटीआई से मिले जवाब का हवाला देते हुए ऐसा आरोप लगाया था लेकिन हरियाणा के हिसार के आरटीआई आवेदक ने मोदी के दावे को खारिज करते हुए कहा था कि गुजरात के मुख्यमंत्री द्वारा बताए गए आंकड़े पूरी तरह गलत हैं.
आंकड़ों पर उठाए सवाल
कोर ग्रुप की बैठक के बाद वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने कहा, ‘1880 करोड़ रुपए का यह आंकड़ा कहां से आया. क्या इस तरह के आरोप लगाने वाले व्यक्ति को माफी नहीं मांगनी चाहिए?’ चिदम्बरम ने कहा, ‘(गांधी की) जिस केवल यात्रा के लिए किसी ने भुगतान किया वह बेल्जियम की यात्रा थी. आईसीसीआर ने प्रदर्शनी खोली थी और उसी ने टिकट का भुगतान किया.’ उन्होंने कहा, ‘बेल्जियम की इस एक मात्र यात्रा को छोड़कर सरकार या किसी सरकारी संगठन ने उनकी यात्रा का भुगतान नहीं किया.’
जब उनसे पूछा गया कि क्या कोर ग्रुप की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई, उन्होंने कहा, ‘बिल्कुल चर्चा हुई.’ इस बैठक में सोनिया, सिंह और चिदम्बरम के अलावा रक्षा मंत्री ए के एंटनी, गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे और कांग्रेस के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल ने हिस्सा लिया.