अरविंद केजरीवाल के बिजली मुद्दे पर आंदोलन छेड़ने के बाद अब बीजेपी भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए मैदान में है. सियासी लोग ख़ुद को आम आदमी का हितैषी बताने के लिए कोई भी हथकंडा अख़्तियार कर सकते हैं.
बीजेपी नेता विजय गोयल ने मंगलवार को कुछ ऐसा ही मंज़र पेश किया. डीईआरसी की जन सुनवाई के दौरान गोयल साहब सुबक-सुबक पर रो पड़े. फिर गोयल ने कहा कि उनका किसी से झगड़ा नहीं है. बिजली के मुद्दे पर वो केजरीवाल के साथ
सोमवार को बिजली बिल पर नए स्लैब को लेकर डीईआरसी जनसुनवाई के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ. इस जनसुनवाई में तमाम आरडब्ल्यूए के लोगों ने डीईआरसी के खिलाफ जमकर नारे लगाए और काले झंडे भी दिखाए.
जहां एक तरफ डीईआरसी के दफ्तर के अंदर ये हंगामा चल रहा था, वहीं दूसरी तरफ दफ्तर के बाहर बीजेपी नेता विजय गोयल भी पूरे तामझाम के साथ पहुंचे और सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. कुल मिलाकर बिजली बिल के मुद्दे ने सियासी रंग ले लिया है.
बिजली के मुद्दे पर केजरीवाल-बीजेपी आमने-सामने
दिल्ली में अपनी राजनीतिक ज़मीन तलाश रही टीम केजरीवाल और बीजेपी अब आमने-सामने आ गए हैं. मंगलवार को डीईआरसी दफ्तर पर अरविंद केजरीवाल से पहले पहुंचे बीजेपी नेता विजय गोयल और धरने पर बैठ गए. अपने तय समय दोपहर दो बजे के आसपास केजरीवाल डीईआरसी के दफ्तर पहुंचे और सीधे विजय गोयल के मंच पर पहुंच कर बीजेपी पर धावा बोल दिया. उन्होंने पूछा कि बिजली बिल पर एक ऑर्डर दरें घटाने का भी था. बीजेपी और कांग्रेस ने इस आर्डर पर क्यों चुप हैं?
अरविंद केजरीवाल की मुहिम पर बीजेपी नेता वैंकैंया नायडू ने कहा है कि ये कोई नई बात नही हैं. जो मुद्दा अरविंद केजरीवाल अब उठा रहे हैं उसे बीजेपी काफी लंबे वक्त से सरकार के सामने उठा रही है और आगे भी उठाती रहेगी. उन्होने यहां तक कह दिया कि ये इससे अरविंद केजरीवाल को काफी पब्लिसिटी मिल रही है.
उधर सीएम शीला दीक्षित ने इस बात को गलत बताया है कि उनकी सरकार बिजली कंपनियों का साथ दे रही है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम में प्रदर्शन क्यों नहीं करते वहां भी तो बिजली की दरें ज़्यादा हैं.
टीम केजरीवाल ने बिजली के गलत बिलों के मुद्दे पर हल्ला तो बोल दिया है. टीम के लोग जगह-जगह जाकर काटे गए कनेक्शन फिर जोड़ रहे हैं. बिजली के बिल जलाए जा रहे हैं. केजरीवाल ने दिल्ली वालों से बिजलों के बिलों का भुगतान न करने की अपील की है. हालांकि सरकार कह रही है कि जो भी ऐसा करेगा उसको परिणाम भुगतने होंगे.