राजस्थान के गृहमंत्री शांतिलाल धारीवाल ने कहा है कि आंदोलनकारी गुर्जर नेताओं के साथ आधिकारिक स्तर की बातचीत मंगलवार को बयाना (भरतपुर) में होगी.
धारीवाल ने ‘भाषा’ को बताया कि आंदोलनकारी गुर्जर नेताओं और राज्य सरकार के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बयाना में सोमवार को ही बैठक होनी थी लेकिन गुर्जर प्रतिनिधियों के नहीं आने की वजह से यह बैठक नहीं हो सकी.
जानकार सूत्रों का कहना है कि गुर्जर आंदोलनकारियों के बीच आंदोलन को लेकर उभरे मतभेदों के कारण कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला बातचीत के लिये पांच प्रतिनिधियों के नाम तय नहीं कर सके.
धारीवाल के मुताबिक, कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने सरकार से बातचीत के लिये सोमवार को पांच प्रतिनिधियों को भेजने की बात कही थी जिन्होंने कहा कि अब यह बातचीत मंगलवार को होगी.
धारीवाल ने कहा कि गुर्जरों को एक प्रतिशत आरक्षण मिलता रहेगा, शेष चार प्रतिशत आरक्षण के अनुरूप पद रिक्त करने का आश्वासन दिया जा चुका है. इसके साथ ही उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार एक साल में गुर्जर समाज का आर्थिक सामाजिक स्तर का सर्वेक्षण पूरा कराकर रिपोर्ट अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के समक्ष पेश करने का वादा किया गया है. इसके बावजूद आंदोलन जारी रखने का कोई औचित्य नजर नहीं आता.
राजस्थान सरकार द्वारा गुर्जर आरक्षण मुद्दे के समाधान के लिये गठिन तीन मंत्रियों की समिति के अध्यक्ष धारीवाल ने गुर्जर आंदोलनकारियों से आंदोलन समाप्त करने की अपील दोहरायी.