कैबिनेट स्तर का मंत्री नहीं बनाये जाने से नाखुश बताये जा रहे राज्यमंत्री गुरूदास कामत ने सरकार से इस्तीफा दे दिया. मुम्बई से पांचवीं बार सांसद बने 57 वर्षीय कामत ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखा है कि वह मंत्रीपद के दायित्व से मुक्त होना चाहते हैं. उन्हें राज्यमंत्री से प्रोन्नत कर स्वतंत्र प्रभार का राज्यमंत्री बनाया गया था.
मुम्बई से जारी एक एक विज्ञप्ति में उन्होंने कहा, ‘यह स्पष्ट किया जाता है कि मैंने पार्टी में सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम करने की इच्छा प्रकट हुए सम्मानीय कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सम्मानीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को मंत्रीपद के दायित्व से मुक्त करने के लिए पत्र लिखा था.’ गृह, संचार एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री कामत को नवगठित पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का स्वतंत्र प्रभार वाला राज्यमंत्री बनाया गया था.
हालांकि इस प्रोन्नति से खुश नहीं बताये जा रहे हैं और संभवत: उनकी इच्छा कैबिनेट मंत्री बनने की थी. वह तुरंत बाद मुम्बई चले गए और राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह शामिल नहीं हुए. शपथ ग्रहण समारोह में नये मंत्रियों और प्रोन्नत किए गए मंत्रियों ने शपथ ली.
हालांकि प्रेस विज्ञप्ति कामत ने कहा है, ‘मंत्रालय को लेकर नाखुश होने का सवाल ही नहीं है. यह विभाग अपने आप में ही महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे देश की जनता के बहुत बड़े हिस्से की जरूरतों से संबद्ध चिंता शामिल हैं.’ हालांकि कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि उन्हें (कामत को) इस अवसर का उपयोग करना चाहिए और नये मंत्रालय में अपनी कुशलता दिखानी चाहिए थी.
उन्होंने कहा, ‘कारण पूरी तरह व्यक्तिगत है और यह पार्टी नेतृत्व की अवहेलना कतई हैं जैसा कि मीडिया में पेश किया जा रहा है.’ कामत ने कहा कि उनके मन में सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री के प्रति गहरा सम्मान है और वह कांग्रेस के निष्ठावन कार्यकर्ता हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैंने दो साल के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल में सेवा का अवसर देने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है.’ उन्होंने इस विज्ञप्ति में मंत्रिमंडल में शामिल किए और प्रोन्नत किए गए लोगों को बधाई भी दी है.