राजस्थान उच्च न्यायालय ने भंवरी देवी मामले की जांच की ‘रफ्तार धीमी’ होने पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की खिंचाई की और इसकी तुलना आरुषि तलवार मामले से की.
वहीं राजस्थान के बर्खास्त मंत्री और मामले में मुख्य आरोपी महिपाल मदेरणा एक बार फिर ‘स्वास्थ्य के आधार पर’ पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए. उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने सीबीआई को प्रगति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए दस दिन का समय दिया. न्यायमूर्ति गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति एन के जैन की पीठ ने कहा कि एजेंसी की विश्वसनीयता खतरे में है और उसे जांच में तेजी लानी चाहिए.
जांच एजेंसी ने अदालत से चार हफ्ते का समय मांगा था. इस पर अदालत ने कहा, ‘आप बार-बार और समय मांग रहे हैं. आरुषि तलवार मामले में भी आपने ऐसा ही किया. उस समय आपको एक साल का समय दिया गया, लेकिन आपने क्या किया?’
मई 2008 में आरुषि तलवार और घरेलू नौकर हेमराज की घर में ही हत्या कर दी गयी थी. सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में इस मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी. एक निजी चैनल द्वारा प्रसारित कथित वीडियो फुटेज की सीडी भी अदालत को भेज दी गयी. इस वीडियो फुटेज में मदेरणा और भंवरी कथित तौर पर एक साथ हैं. अदालत ने कहा कि सीडी डाक से मिल गयी है. अदालत ने सीबीआई से कहा कि अगर इससे जांच में मदद मिलती है तो वह उसे ले सकती है.
इस बीच मथुरा दास माथुर राजकीय अस्पताल में भर्ती मदेरणा पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए. वह शनिवार की रात को अस्पताल में भर्ती हुए थे. रक्तचाप में कुछ वृद्धि और छाती में मामूली दर्द के लिए उनका इलाज किया जा रहा है. एजेंसी सूत्रों ने बताया कि मदेरणा को जांच एजेंसी के समक्ष पूछताछ के लिए पेश होना था लेकिन उन्होंने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए आने में असमर्थता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि सीबीआई उनकी जांच रिपोर्ट को देख रही है.
अस्पताल सूत्रों ने नाम उजागर नहीं करने के अनुरोध के साथ बताया कि पूर्व मंत्री के समर्थक इलाज के लिए उन्हें नयी दिल्ली स्थित एम्स ले जाना चाहते हैं लेकिन अस्पताल प्रशासन के लिए उन्हें नयी दिल्ली रेफर करने का कोई कारण नहीं है. सीबीआई ने विधायक मलखान सिंह के भाई और मामले में आरोपी पारसराम विश्नोई से यहां सर्किट हाउस में पूछताछ की.
मदेरणा से गुरूवार और शुक्रवार को पूछताछ की गयी थी. लेकिन स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें शनिवार को छूट दी गयी थी. सीबीआई सुनील गुज्जर नामक एक व्यक्ति से पूछताछ की योजना बना रही है. अजमेर के रहने वाले सुनील पर अश्लील सीडी बनाने और उसे वितरित करने का आरोप है.