हरिद्वार के डीएम मिनाक्षी आर सुंदरम ने कहा है कि स्वामी निगमानंद के शव को कानूनी रूप से समाधि दी जायेगी. शव पर मचे बवाल के बाद मातृसदन आश्रम पहुंचे डीएम ने पत्रकारों के सवालों को जवाब देते हुए यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा क्योंकि वो एक संन्यासी थे इसलिए उनकी समाधि ही बनेगी, कानून का भी ये ही कहना है लेकिन इसमें एक मानवीय कोण भी है इसलिए पूरे समाधि संस्कार में उनके परिवार वाले भी शामिल होने चाहिए. वहीं निगमानंद के परिवार ने समाधि संस्कार में शामिल होने से मना कर दिया है.
डीएम ने मातृसदन आश्रम के स्वामी शिवानंद से बात की है, लेकिन उनका कहना है कि अभी उनकी निगमानंद के परिवार वालों से बात चीत नहीं हुई है इसलिए वो अभी उनके परिवार वालों के बारे में कुछ नहीं कह सकते हैं. फिलहाल अभी डीएम साहब निंगमानंद के माता-पिता से मिलने पहुंचे हैं.
प्रदेश में अवैध खनन का विरोध करते हुए पिछले चार महीने से अनशन कर रहे स्वामी निगमानंद को जहर दिए जाने के आरोप लग रहे हैं.
इससे पहले उत्तराखंड सरकार ने चौतरफा दबाव के आगे झुकते हुए स्वामी निगमानंद की मौत के मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं.सरकार ने इस मामले की जांच सीबी-साईडी से कराने को कहा था, लेकिन कांग्रेस ने इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि सरकार खनन माफिया के दबाव में काम कर रही है.
वहीं दरभंगा में मौजूद स्वामी निगमानंद के परिजनों ने उनकी मौत की परिस्थितियों की जांच की मांग करते हुए उत्तराखंड सरकार पर स्वामी निगमानंद के प्रति असंवेदनशीलता दिखाने का आरोप लगाया.