नयी दिल्ली से जबरन रूखसत किए गए बाबा रामदेव ने यहां अपने आश्रम में अपना अनशन फिर से शुरू कर दिया है और उनका कहना है कि जब तक भ्रष्टाचार खत्म करने और काले धन को वापस लाने की उनकी मांग केंद्र सरकार नहीं मान लेती, तब तक उनका ‘सत्याग्रह’ जारी रहेगा.
पतंजलि योगपीठ सूत्रों ने बताया कि बाबा रामदेव अपने समर्थकों और अनुयायियों के साथ कल देर रात योगपीठ की यज्ञशाला में सत्याग्रह पर बैठे.
दिल्ली में समर्थकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के बाद योग गुरू ने कल नोएडा में अपना सत्याग्रह शुरू करने की कोशिश की लेकिन उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई.
मुजफ्फरनगर जिले की सीमा पर बुराहरी पुलिस चौकी पर अधिकारियों ने उन्हें रोका और उत्तराखंड वापस जाने को कहा. बाद में रामदेव पतंजलि योगपीठ लौट आए और देर रात अपना अनशन शुरू किया.
योग गुरू ने कहा कि जब तक भ्रष्टाचार खत्म करने और काले धन को वापस लाने की उनकी मांग केंद्र सरकार मान नहीं लेती, तब तक उनका ‘सत्याग्रह’ जारी रहेगा.
रामदेव ने कल कहा था, ‘किसी को भी कानून का उल्लंघन नहीं करना चाहिए और इसलिए मैं दिल्ली नहीं जा रहा हूं. मुझे उत्तर प्रदेश के नोएडा जाने की भी अनुमति नहीं दी गई. अब यह (अनशन) यहां होगा.’ उन्होंने कहा कि सरकार उन्हें दिल्ली आने से 15 से 30 दिनों से ज्यादा नहीं रोक सकती और वह जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी जाएंगे.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कल शाम योग गुरू से मुलाकात की और उन्हें आश्वासन दिया कि यदि रामदेव अपना अनशन जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें पूरा समर्थन और पूर्ण सुरक्षा दी जाएगी.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एन डी तिवारी भी बाबा रामदेव से मिलने के लिए योगपीठ गए और उनके प्रति समर्थन जताया.
भाजपा की उत्तराखंड ईकाई ने घोषणा की है कि बाबा रामदेव और उनके समर्थकों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में आज वह ‘काला दिवस’ मनाएगी.
योगपीठ सूत्रों ने बताया कि अगर बाबा के साथ अनशन करने वालों की संख्या बढ़ती है तो इस दूसरे चरण में सत्याग्रह पतंजलि योगपीठ के बड़े सभागार में भी किया जा सकता है.
पुलिस ने बताया कि विभिन्न समूहों की विरोध प्रदर्शनों की योजना को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में हाई अलर्ट कर दिया गया है.