रिपोर्ट के मुताबिक हसन अली और उसके साथी काशीनाथ तापुड़िया के तार रूसी अरबपति सुलेमान करीमोव से भी जुड़े रहे हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मुताबिक करीमोव की तरफ से अली ने बड़े पैमाने पर लेन-देन की थी. हालांकि पूछताछ में हसन अली ने कहा कि ये सौदा हो नहीं सका, वहीं काशीनाथ ने ऐसे किसी सौदे की जानकारी से ही इनकार किया.
ईडी का मानना है कि अवैध तरीके से रकम की लेन-देन के जरिए हसन अली और काशीनाथ ने 50 लाख से लेकर 1 करोड़ तक कमीशन हासिल किया. यह भी माना जा रहा है कि अरबों डॉलर का एक हिस्सा हवाला के जरिए भारत भी लाया गया.