धनशोधन मामले में मुंबई की एक सत्र अदालत द्वारा आठ अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद घोड़ा कारोबारी हसन अली खान ने आरोप लगाया कि उसे सह आरोपी कोलकाता के व्यापारी काशीनाथ टपूरिया से धमकी मिल रही है.
अदालत के बाहर खान ने संवाददाताओं से कहा कि उसे टपूरिया से धमकी मिल रही है. खान ने यह भी आरोप लगाया कि टपूरिया उसे फंसा रहा है. गुरुवार को ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टपूरिया को गिरफ्तार किया था. टपूरिया खान की धनशोधन गतिविधियों में कथित सहयोगी रहा है.
खान को प्रधान सत्र न्यायाधीश स्वपन जोशी की अदालत में पेश किया गया. निदेशालय के वकील उज्जवल निकम ने कहा कि ईडी को फिलहाल खान की हिरासत की जरूरत नहीं है जिसपर अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
निकम ने कहा कि निदेशालय सुनवाई की अगली तारीख पर उसकी हिरासत के लिए दबाव बनाने का हक सुरक्षित रखता है. खान ने वकील आई पी बगाड़िया ने इसका विरोध किया. निकम की दलील पर अदालत ने कहा कि यह मुद्दा बाद में तय किया जाएगा और फिलहाल आरोपी को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है.