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अन्ना ने संघ को सफेद टोपी पहनवा दी: दिग्विजय

सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की प्रशंसा करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने गांधीवादी कार्यकर्ता को इस बात के लिये बधाई दी है कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के लोगों को काली की जगह सफेद टोपी पहना दी और भगवा की जगह राष्ट्रध्वज थमा दिया.

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सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे

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सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे की प्रशंसा करते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने गांधीवादी कार्यकर्ता को इस बात के लिये बधाई दी है कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के लोगों को काली की जगह सफेद टोपी पहना दी और भगवा की जगह राष्ट्रध्वज थमा दिया.

सिंह ने अपने गृहनगर राघौगढ़ में संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि हजारे से उनके संबंध बीस वर्ष पुराने हैं. वह गांधीवादी, भले और अच्छे इंसान हैं.

सिंह ने हजारे को दो बातों के लिये बधाई दी कि उन्होने संघ के नेताओं को काली की जगह सफेद टोपी पहना दी और भगवा की जगह उनके हाथों में तिरंगा थमवा दिया.

एक प्रश्न के उत्तर में सिंह ने इस बात को गलत बताया कि उन्होंने पूर्व में हजारे को आरएसएस का मुखौटा कहा था. उन्होने कहा कि मैंने कभी भी हजारे को आरएसएस का मुखौटा नहीं कहा था.

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पूर्व समाजवादी नेता अमर सिंह के साथ पूरी सहानुभूति व्यक्त करते हुए सिंह ने कहा कि वह शीघ्र ही निर्दोष साबित होंगे. दिल्ली में हुए बम विस्फोट की घोर निन्दा करते हुए सिंह ने कहा कि इससे संबंधित सभी आरोपियों को पुलिस प्रशासन शीघ्र ही पकड़ लेगा. उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.

उन्होंने आतंकवादी गतिविधियों पर सख्ती से नियंत्रण आवश्यक बताते हुए कहा कि चाहे वह कट्टरपंथी ताकतें कोई भी क्यों न हो, उनको सख्ती से कुचला जाना चाहिए, क्योंकि ये ही कट्टरवाद को बल देती हैं.

सिंह ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मैं हमेशा इस पक्ष में रहा हूं कि विश्व में विकसित देशों में मृत्युदंड समाप्त कर दिया गया है, भारत में भी इस पर विचार किया जाना चाहिए. विकीलीक्स के बारे में उन्होंने कहा कि ‘ऑफ द रिकार्ड’ की चर्चा करना उचित नहीं है.

सिंह ने कहा कि केजरीवाल ने भारतीय संविधान के प्रति आस्था का जो बांड भरा था, उसका उन्होंने उल्लंघन किया है. उन्हें इस संबंध में साल 2005-06 में और उसके बाद 2007 में भी नोटिस दिए गए थे.

मध्यप्रदेश में सड़कों की अत्यंत जर्जर हालत का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि उनके मुख्यमंत्रित्वकाल में भाजपा द्वारा सड़कों की बड़ी आलोचना की जाती थी लेकिन पिछले आठ वर्षों में प्रदेश की सड़कों की स्थिति उससे कहीं ज्यादा बदतर हो गई है.

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सिंह ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय में सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ख्याल रखा जाता था, जबकि भाजपा के राज में भाजपाइयों को लाभ पहुंचाने के लिए सड़कों की गुणवत्ता में कमी कर दी गई है. उन्होंने कहा कि इसके लिये मध्यप्रदेश में कांग्रेस राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी.

उन्होने कहा कि प्रदेश में खाद वितरण व्यवस्था भी बिगड़ी है और व्यापारियों द्वारा खाद को काले बाजार में बेचा जा रहा है.

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