सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और उनके सहयोगियों को तिहाड़ जेल प्रशासन हालांकि गुरुवार रात ही रिहा कर चुकी है लेकिन इसके बावजूद उन्हें मोबाइल फोन इस्तेमाल करने और टेलीविजन देखने की इजाजत नहीं दी गई है.
अन्ना हजारे के समर्थन में सड़क पर उतरी देश की जनता
एक कार्यकर्ता अश्वथी मुरलीधरन ने कहा, ‘पुलिस दावा कर रही है वह अन्ना हजारे और अन्य कार्यकर्ताओं को रिहा कर चुकी है इसके बावजूद उन्हें मोबाइल फोन इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं दी जा रही है.’
देखें कैसे गिरफ्तार हुए अन्ना हजारे
ज्ञात हो कि अन्ना हजारे ने दिल्ली पुलिस की सभी शर्तो को मानने से इंकार कर दिया था, जिसके बाद उन्हें मंगलवार सुबह हिरासत में ले लिया गया था. बाद में उन्हें गिरफ्तार कर सात दिनों की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया गया. अन्ना हजारे ने वहां भी अपना अनशन जारी रखा है.
देखें: दिल्ली में तिहाड़ जेल के बाहर उमड़ा लोगों का हुजूम
इसके बाद सरकार की ओर से उनकी रिहाई के आदेश दिए गए लेकिन अन्ना हजारे ने तब तक तिहाड़ जेल छोड़ने से इंकार कर दिया जब तक कि उन्हें बगैर प्रतिबंधों के अनशन की अनुमति नहीं दे दी जाती.