अन्ना हज़ारे पक्ष ने कहा कि मजबूत लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर 16 अगस्त से प्रस्तावित अनशन से पीछे हटने का सवाल ही नहीं उठता और अगर सरकार ने अनशन को जबर्दस्ती तोड़ने की कोशिश की तो गांधीवादी कार्यकर्ता पानी पीना भी छोड़ देंगे.
हज़ारे पक्ष ने कहा कि वह अपनी मांगों पर कायम रहेगा. उसने हालांकि सरकार के साथ बातचीत का विकल्प खुला रखने के संकेत दिये. अन्ना हज़ारे ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर सरकार उन्हें अनशन से पहले या अनशन के दौरान गिरफ्तार कर लेती है या जबर्दस्ती उनका अनशन तोड़ने की कोशिश करती है तो वह पानी पीना भी छोड़ देंगे.
हज़ारे पक्ष ने दिल्ली पुलिस द्वारा अनशन के लिये सुझाये गये फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के निकट स्थित जयप्रकाश नारायण पार्क पर भी संतोष जाहिर किया. हज़ारे के साथी कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘हमें यह खबरें मिली हैं कि कुछ स्थानों पर गड़बड़ी फैलाने वाले लोग हमारे विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर हिंसा फैलाने की कोशिश कर सकते हैं. हम जनता से ऐसे तत्वों से सतर्क रहने की अपील करते हैं.’
अपने आंदोलन की रणनीति तय करने के लिये हज़ारे पक्ष की 22 सदस्यीय कोर समिति की बैठक हुई. इसमें जनता से 16 अगस्त से अनशन में शामिल होने का अनुरोध किया गया. केजरीवाल ने कहा, ‘हम हमारी किसी भी मांग पर पीछे हटने के लिये तैयार नहीं हैं. गतिरोध जारी है. किसी भी तरह की बातचीत को लेकर हमारा खुला नजरिया है लेकिन अब तक सरकार की ओर से कोई निमंत्रण नहीं आया है.’
वह स्वामी अग्निवेश की बुधवार को की गयी एक टिप्पणी के संबंध में पूछे गये सवाल पर प्रतिक्रिया दे रहे थे. अग्निवेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री और उच्च न्यायपालिका को लोकपाल के दायरे में शामिल करने जैसे मुद्दों पर उनका रुख काफी अधिक लचीला है.
केजरीवाल ने यह भी बताया कि हज़ारे घोषणा कर चुके हैं कि अगर सरकार उन्हें अनशन से पहले या उस दौरान जबर्दस्ती गिरफ्तार करती है या उनका अनशन तोड़ने की कोशिश करती है तो वह पानी पीना भी छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि हज़ारे स्वतंत्रता दिवस पर जनता से आंदोलन में शामिल होने की अपील करेंगे. हज़ारे पक्ष ने जनता से 15 अगस्त को रात आठ से नौ बजे के बीच लाइटें बंद रखने की भी अपील की है.