मुंबई आतंकवादी हमले के सहआरोपी डेविड कोलमैन हेडली ने वर्ष 2008 में पाकिस्तान स्थित अपने आकाओं के निर्देश पर भारतीय परमाणु संयंत्र की टोह ली थी.
शिकागो की अदालत में शिकागो ट्रिब्यून की याचिका पर खोले गए संघीय अभियोजकों के 57 पन्ने के दस्तावेज के अनुसार आईएसआई अधिकारी कहे जाने वाले मेजर इकबाल ने हेडली को उसके भारत में गतिविधियों के लिए भारतीय नोट भी दिये थे.
मुंबई आतंकवादी हमले से संबंधित हेडली और लश्कर ए तैयबा के अन्य गुर्गों के बारे में दस्तावेज में कहा गया है कि मेजर इकबाल से प्राप्त निर्देशों पर हेडली ने भारत स्थित परमाणु संयंत्र की टोह ली थी.
दस्तावेज में कहा गया है कि अप्रैल 2008 में हेडली प्राप्त निर्देशों के तहत मुंबई लौटा. उसने वहां संभावित प्रवेश स्थलों की टोह ली और जीपीएस की मदद से मुंबई बंदरगाह की नाव से यात्रा की और उसके वीडियो बनाए.
इसमें कहा गया है कि हेडली ने छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन की टोह ली. इसके साथ ही मेजर इकबाल से प्राप्त निर्देशों का पालन करते हुए हेडली ने भारत स्थित परमाणु संयंत्र की यात्रा की और उसकी टोह ली. टोह लेने की गतिविधियां पूरी करने के बाद हेडली पाकिस्तान लौटा और जकी, साजिद, अबू कहाफा और लश्कर ए तैयबा के अन्य सदस्यों से मुलाकात की.