scorecardresearch
 

गुनाह कबूल मौत की सजा से बचा हेडली

पाकिस्तान के एक पूर्व कूटनीतिक और फिलाडेल्फिया के एक सोशलाइट के पुत्र हेडली ने अपने ऊपर लगे सभी 12 आरोपों में अपना दोष स्वीकार कर लिया.

Advertisement
X

पाकिस्तान के एक पूर्व कूटनीतिक और फिलाडेल्फिया के एक सोशलाइट के पुत्र हेडली ने अपने ऊपर लगे सभी 12 आरोपों में अपना दोष स्वीकार कर लिया. मामले की सुनवाई करीब आधे घंटे तक चली. एफबीआई ने शिकागो निवासी 49 वर्षीय हेडली को पिछले साल तीन अक्तूबर को गिरफ्तार किया था.

Advertisement

हेडली ने अमेरिकी जिला जज हैरी लिनेनवेबर को बताया कि वह अपना पूर्व का बयान बदलते हुए अपना दोष स्वीकार करना चाहता है. समझा जाता है कि हेडली ने मृत्युदंड की सजा से बचने के लिए और कम तथा आसान सजा पाने के लिए अपना दोष स्वीकार किया है.

बहरहाल, संघीय अभियोजकों के साथ हुए समझौते के अनुसार, उसे मृत्युदंड की सजा नहीं दी जाएगी और उसका भारत, पाकिस्तान तथा डेनमार्क प्रत्यर्पण भी नहीं किया जाएगा. समझौते के अनुसार, वह आतंकवाद के खिलाफ जांच में सरकार को सहयोग देगा.

पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक और लश्कर ए तैयबा के आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने शिकागो की एक अदालत के सामने अपनी सजा कम करने के लिये की गयी अपील में अमेरिका के साथ ‘सहयोग’ करने का आश्वासन दिया.

अपने 35 पृष्ठ के हलफनामे में हेडली ने अमेरिकी प्रशासन के साथ सहयोग के अपने पूर्व के रिकॉर्ड का संदर्भ दिया, जब उसे 1998 में अमेरिकी ‘ड्रग एनफोर्समेंट एजेंसी’ ने गिरफ्तार किया था.

Advertisement

हलफनामा कहता है, ‘प्रतिवादी (हेडली) के पूर्व में किये गये और भविष्य में अपेक्षित सहयोग के मद्देनजर अमेरिका के एटॉर्नी जनरल ने इलिनॉय के उत्तरी जिले के अमेरिकी एटॉर्नी को प्रतिवादी के खिलाफ मौत की सजा की मांग नहीं करने के लिये अधिकृत किया है.’

हलफनामे के मुताबिक, प्रतिवादी यह समझता है कि अगर वह इस करार का उल्लंघन करता है और अगर ऐसे में सरकार अपने स्वविवेक पर इस समझौते को निष्प्रभावी कर देती है तो सरकार मौत की सजा की मांग नहीं करने के अपने फैसले को मानने के लिये बाध्य नहीं होगी.

Advertisement
Advertisement