हिमाचल प्रदेश विधानसभा की 68 सीटों के लिए रविवार सुबह से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान जारी है और दोपहर 1 बजे तक 46 फीसदी मतदान होने की खबर है. मतदान केंद्रों पर मतदाता सुबह आठ बजे से पहले ही पहुंचने लगे थे. मतदान अधिकारियों के अनुसार पूरे राज्य में किसी भी केंद्र पर मतदान प्रक्रिया देर से शुरू होने की कोई खबर नहीं है. मतदान शाम पांच बजे समाप्त होगा.
एक निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि मौसम साफ रहने और धूप निकलने की संभावना को देखते हुए भारी मतदान की उम्मीद है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) नेशनल एलेक्शन वाच के अनुसार, आठ उम्मीदवार डॉक्टरेट डिग्रीधारी हैं. चार डॉक्टरों के अलावा लगभग एक दर्जन इंजीनियर, दो पूर्व नौकरशाह, दो विश्वविद्यालय प्राध्यापक तथा कई वकील व एमबीए डिग्रीधारी चुनाव लड़ रहे हैं.
एनजीओ ने बताया कि 16 उम्मीदवार 10वीं तक ही पढ़े हुए हैं और आधा दर्जन उम्मीदवारों की योग्यता उनसे भी कम है.
भाजपा के बागी नेता और चार बार सांसद रहे महेश्वर सिंह के नेतृत्व में हिमाचल लोकहित पार्टी (हिलोपा) गठित की गई है, जिसका एक घटक हिमाचल लोक मोर्चा है. इसी तरह कई क्षेत्रीय पार्टियां भी चुनाव लड़ रही हैं. वाम दल 58 सीटों पर मुकाबले में हैं.
हिलोपा 36, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) 15 और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) सात सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 66, तृणमूल कांग्रेस के 25, लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) और स्वाभिमान पार्टी के 16-16, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) तथा समाजवादी पार्टी (सपा) के 12-12 एवं शिव सेना के चार उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.
राकांपा व तृणमूल ने इस पर्वतीय राज्य में पहली बार अपने उम्मीदवार उतारे हैं. चुनावी दंगल में उतरे निर्दलीयों की संख्या 105 है.
मतगणना 20 दिसम्बर को होगी
निर्वाचन आयोग ने 46,08,359 मतदाताओं के लिए 7,253 मतदान केंद्र बनाए हैं. इनमें से 1,317 मतदान केंद्र संवेदनशील तथा 763 अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं. मतदान में कम से कम 11,000 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जाएगा. मतगणना 20 दिसम्बर को होगी.