कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि देश में आम हिंदू, मुसलमान, सिख और ईसाई सब हर वक्त एक-दूसरे के साथ बहुत आराम से मिलकर रहने में ही पूरा यकीन रखते हैं.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इसके बावजूद यह दुख की बात है कि हर कौम और हर धर्म में ऐसे लोग हैं, जो शांति को पसन्द नहीं करते और ऐसी बातें करते हैं जिनसे हम सबको नुकसान होता है.
सिंह ने कहा कि उन्हें यह मानने में जरा भी झिझक नहीं है कि कई कारणों के चलते मुसलमान भाइयों और बहनों में यह भावना पनपती जा रही है कि उनके साथ कई बार इंसाफ नहीं होता है. उन्होंने कहा कि हमको इस बात की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इसे स्वीकार करने में हमको जरा भी कष्ट नहीं होना चाहिए.
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि इस्लाम भारत में आज से 1400 साल पहले आया पर इस देश में कभी भी हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच में धार्मिक युद्ध नहीं हुआ और ना ही कभी दोनों के बीच धर्म को लेकर तलवार खिंची.{mospagebreak}
दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस बात का सबूत यह है कि अकबर की सेना में राजा मानसिंह लड़ा करते थे, जबकि महाराणा प्रताप की फौज का हाशिम शाह सूरी एक बहुत अहम हिस्सा थे. उन्होंने कहा कि यह देश गंगा-जमुनी संस्कृति का मुल्क है और जो लोग इस संस्कृति को तोड़ना चाहते हैं, वे लोग कभी भी देश की भलाई नहीं चाहते हैं.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि हमें इस बात को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए और शांति और अमन का संदेश जन-जन तक पहुंचाना चाहिए.