चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ ने कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों से कहा कि विदेशों में मौजूद विरोधी ताकतें देश का पश्चिमीकरण कर उसे अपने सांस्कृतिक प्रभाव से बांटने की कोशिश कर रहे हैं और अधिकारियों को ऐसे प्रयासों के खिलाफ मुस्तैद रहना चाहिए.
पार्टी की पत्रिका ‘सीकिंग ट्रुथ’ ने अक्तूबर महीने में हू की ओर से पार्टी नेताओं को दिए गए संबोधन का एक अंश प्रकाशित किया है. इस संबोधन में हू ने कहा है कि चीन एक मुश्किल वैचारिक संघर्ष के दौर से गुजर रहा है. हालांकि अपने इस संबोधन में हू ने किसी का भी नाम नहीं लिया है.