उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने लखनऊ जिला जेल में एक कैदी की मौत होने की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से जवाब तलब किया है.
आयोग के सदस्य विष्णु सहाय ने राज्य के मुख्य सचिव, गृह तथा कारागार विभागों के प्रमुख सचिवों, अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) तथा लखनऊ के जिलाधिकारी से 21 अक्तूबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है.
आयोग ने गत मंगलवार को जेल की रेलिंग में लगे फंदे से झूलते पाए गए मृत कैदी प्रेम कुमार यादव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी तलब की है.
आयोग ने पूछा है कि जेल की कोठरी संख्या 10 में रखा जाने वाला कैदी प्रेम कुमार यादव बैरक संख्या सात में कैसे पहुंचा और क्या पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कैदी के आत्महत्या करने सम्बन्धी जेल अधिकारियों के दावे की पुष्टि हो रही है या नहीं.
इस बीच, इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में बंदीरक्षकों शिव कुमार, सुशील कुमार और बलराम सिंह को निलम्बित कर दिया गया.
गौरतलब है कि हत्या के मामले में उम्रकैद के सजायाफ्ता प्रेम कुमार यादव का शव गत शुक्रवार को बैरक संख्या सात की रेलिंग में लगे फंदे से लटकता पाया गया था.