कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी की मुसीबत और बढ़ सकती है. उनकी कलई खोलने के लिए मुंह खोला है उनके सहयोगी रहे टीएस दरबारी ने. दरबारी बर्खास्त हो चुके हैं लेकिन ऐसे दस्तावेजों के साथ सामने आए हैं जो तसदीक करते हैं कि कलमाड़ी साहब की करनी और कथनी में फर्क है.
टीएस दरबारी, सुरेश कलमाड़ी के करीबी सहयोगी, जो कॉमनवेल्थ गेम्स आयोजन समिति के संयुक्त महानिदेशक थे, लेकिन लंदन में क्वींस बेटन रिले समारोह में वित्तीय गड़बड़ी की बात सामने आई तो जनाब को बर्खास्त कर दिया गया.
बर्खास्त होते ही गुस्साए दरबारी ने अपने पूर्वबॉस और आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी के खिलाफ खोल दिया मोर्चा. दरबारी का इशारा है कि जो हुआ उसके लिए सुरेश कलमाड़ी ही जिम्मेदार हैं.
आज तक के हाथ लगे कुछ पन्नों को गौर से देखने पर पता चलता है कि ये उस पत्र के पन्ने हैं, जिसे टीएस दरबारी ने खेल सचिव सिंधुश्री खुल्लर को लिखा है. इन पन्नों से सुरेश कलमाड़ी की कलई खुलेगी. दरबारी के खत में लिख है, 'वेंडर्स को नियुक्त करने, बिल पास करने और भुगतान का काम एम जयचंद्रन, संजय महिंद्रू और सुधीर वर्मा की समिति देखती थी. अध्यक्ष की इजाजत के बाद ही वेंडर को अपनी सेवाएं देने के लिए कहा गया था.
निशाना सीधा सुरेश कलमाड़ी पर है लेकिन गड़बड़ी सामने आने के बाद कलमाड़ी ने दावा किया था कि एएम फिल्मस के साथ हुई डील का उन्हें कोई पता ही नहीं था.