पाकिस्तान की तरफ से 120 टेस्ट और 378 एकदिवसीय मैच खेलने वाले पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक की अब क्रिकेट में दिलचस्पी खत्म हो गयी और वह अपनी राष्ट्रीय टीम के कई खिलाड़ियों के बारे में कुछ नहीं जानते.
इस 41 वर्षीय क्रिकेटर ने कहा कि वह अब इस खेल का अनुसरण नहीं करते और उनकी पाकिस्तान क्रिकेट में कोई पद लेने की इच्छा भी नहीं है. वह अब अपना पूरा ध्यान निर्माण से जुड़े अपने व्यवसाय पर दे रहे हैं.
विश्व कप 2007 के बार संन्यास लेने वाले इंजमाम ने ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ समाचार पत्र से कहा, ‘मैं संन्यास ले चुका हूं और निर्माण से जुड़े अपने व्यवसाय को देख रहा हूं इसलिए मैं क्रिकेट नहीं देखता. इस खेल के प्रति मेरा जुनून खत्म हो गया है.’
जावेद मियादाद के बाद पाकिस्तान की तरफ से सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज इंजमाम ने कहा कि उन्हें राष्ट्रीय टीम के बारे में जानने में भी दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने कहा, ‘यदि पाकिस्तान आजकल जिम्बाब्वे में खेल रहा है तो उसमें मेरी दिलचस्पी क्या होगी. मैं जिम्बाब्वे टीम के बारे में ज्यादा नहीं जानता. इसके अलावा हमारी टीम में भी कई नये चेहरे हैं जिनके बारे में मैं कुछ नहीं जानता. इसलिए मैं उनके प्रदर्शन पर टिप्पणी करना उचित नहीं समझता.’
पूर्व क्रिकेटरों की तरह इंजमाम इस खेल में शामिल नहीं रहना चाहते हैं. वह अब अपना कुछ समय धार्मिक कामों में भी देते हैं और वह किसी भी तरह से क्रिकेट से नहीं जुड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘मेरी क्रिकेट में किसी भी स्तर पर किसी तरह की भूमिका निभाने में दिलचस्पी नहीं है. मैं पहले ही पाकिस्तान क्रिकेट की काफी सेवा कर चुका हूं.’